मथुरा: केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा लाए गए तीनों नए कृषि कानूनों के विरोध में किसान बीते काफी दिनों से दिल्ली बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर, कुछ किसान इन कानूनों के विरोध में अपने खेतों में खड़ी फसलों को नष्ट कर रहे है। ऐसा ही एक ताजा मामला उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले से प्रकाश में आया है। यहां एक किसान ने अपनी चार एकड़ फसल को नष्ट कर दिया।
ये मामला मथुरा जिले के अंतर्गत आने वाले उमरावा गांव का है। राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के प्रदेश उपाध्यक्ष कुंवर नरेंद्र सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, 'ग्रामीणों की सहमति के बाद हमने चार एकड़ खड़ी गेहूं की फसल को नष्ट कर दिया है।' इस दौरान उन्होंने दावा किया कि किसानों के इस कदम से देश में अनाज की भारी किल्लत हो जाएगी, जिससे सरकार को आयात करने के लिए विवश होना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि किसानों को ऐसे आत्मघाती कदम उठाने से रोकने के लिए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को तीनों कृषि कानूनों को बगैर किसी देरी के रद्द कर देना चाहिए। तो वहीं, एक किसान पप्पू ने कहा कि यदि सरकार किसानों की बात नहीं मानती है, तो किसान ख़ुदकुशी करने पर भी मजबूर होंगे। वहीं, उपखंड मजिस्ट्रेट हनुमान मौर्य ने कहा कि ऐसा कोई मामला उनके संज्ञान में नहीं आया है।
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