उन्नाव: 32 वर्ष से फरार चल रहे आरोपित साधु को उन्नाव पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है। एएसपी ने बताया कि सन् 1982 में शेष नारायण उम्रकैद की सजा सुनाए जाने के बाद से फरार था, जिसे शनिवार को सोनिक मोड़ के पास से पकड़ा गया है। बताया कि आरोपित साधु वेश में विभिन्न जिलों में रहकर कथा वाचन का काम करता रहा। उस पर उन्नाव में क़त्ल के मामले के साथ कानपुर के बर्रा थाना में भी युवती के अपहरण व रेप का मामला दर्ज है।
एएसपी विनोद कुमार पांडेय ने प्रेस वालों को बताया कि अजगैन थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव धीरखेड़ा निवासी शेष नारायण समेत 10 लोगों ने सन् 1982 में गांव के रहने वाले बाबूसिंह की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले में पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया था। इसके बाद सभी की जमानत हुई और फिर केस चला। अदालत ने सन 1984 में सभी आरोपितों को दोषी पाते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई थी। सजा होने की सूचना मिलने पर शेष नारायण गांव छोड़कर फरार हो गया और विभिन्न जिलों में साधु वेश में रहकर कथा वाचन का काम करने लगा।
एएसपी ने बताया कि उसके खिलाफ कानपुर के बर्रा थाना में भी सन 2013 में एक युवती के अपहरण व रेप का मामला दर्ज है। दोनों मामलों में फरार चल रहे आरोपी को अजगैन पुलिस ने शनिवार को सोनिक क्षेत्र से हिरासत में लिया है। बताया कि मामले में 10 लोग आरोपी थे जिनमें से आठ की मृत्यु हो चुकी है, जबकि एक जेल में कैद है।
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