नई दिल्ली: दिल्ली के बाहरी इलाके बवाना में सोमवार देर रात भीषण आग लगने से लगभग 150 झुग्गियां पूरी तरह जलकर राख हो गईं। घटना के दौरान किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है, लेकिन प्रभावित परिवारों ने अपना सबकुछ खो दिया।
दिल्ली अग्निशमन सेवा के अनुसार, आग लगने की सूचना रात करीब 1:30 बजे मिली। तुरंत ही दमकल विभाग की 18 गाड़ियां मौके पर भेजी गईं। घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद सुबह 7:20 बजे आग पर काबू पाया जा सका। अधिकारियों ने बताया कि प्रारंभिक जांच में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट माना जा रहा है। हालांकि, आग के सही कारण का पता लगाने के लिए जांच जारी है।
इस आगजनी में झुग्गीवासियों के घर के साथ-साथ उनकी रोजमर्रा की जिंदगी की जरूरतें भी जलकर खाक हो गईं। झुग्गियों में रहने वाले लोगों का कहना है कि यह हादसा उनके लिए बड़ा झटका है, क्योंकि उनके पास सिर छिपाने का कोई और ठिकाना नहीं है। बच्चों की पढ़ाई से लेकर परिवार के रोजमर्रा के कामकाज तक सबकुछ ठप हो गया है। कई परिवारों ने यह भी कहा कि उनके पास अब खाने और पहनने तक की चीजें नहीं बचीं।
दमकल विभाग के अधिकारियों ने तेजी से कार्रवाई करते हुए आग को फैलने से रोका। राहत कार्य में पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने भी सहयोग किया। हालांकि, इस आगजनी ने झुग्गीवासियों को बेघर कर दिया है, और उन्हें अब सरकारी मदद का इंतजार है। घटना ने झुग्गी इलाकों में बिजली व्यवस्था की खामियों को उजागर किया है। अक्सर इन इलाकों में तारों की अव्यवस्थित स्थिति और असुरक्षित कनेक्शन की वजह से शॉर्ट सर्किट की घटनाएं होती रहती हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे इलाकों में सुरक्षा उपायों को मजबूत करना बेहद जरूरी है।
इस घटना के बाद प्रभावित परिवार राहत सामग्री और पुनर्वास की मांग कर रहे हैं। सरकार और गैर-सरकारी संगठनों से उन्हें मदद मिलने की उम्मीद है। ठंड के मौसम में खुले आसमान के नीचे रहना इन परिवारों के लिए और भी मुश्किल हो सकता है।
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