वाशिंगटन: मंगल पर महिला एस्ट्रोनॉट्स पुरुष के बिना ही स्पर्म के माध्यम से बच्चे को जन्म दे सकती हैं. एक रिसर्च में खुलासा हुआ है कि काफी कम ग्रैविटी में भी स्पर्म सुरक्षित रह सकता है. इससे मंगल पर कॉलोनियां बनाने में सहायता मिल सकती हैं. रिसर्च के अनुसार, फ्रोजेन स्पर्म काफी कम ग्रैविटी में सुरक्षित पाए गए.
स्पर्म के सैंपल को फ्लाइट में भेजा गया और उन्हें आठ सेकंड तक काफी कम ग्रैविटी का अहसास कराया गया. प्रक्रिया में 10 हेल्दी डोनर के स्पर्म उपयोग किए गए. वियना में यूरोपियन सोसायटी ऑफ ह्यूमन रिप्रोडक्शन एंड एम्ब्रियोलॉजी की वार्षिक बैठक में ये जानकारी सामने आई. बर्सिलोना की डिक्सेस वीमेन हेल्थ की मौन्टसेरैट बौडा ने बैठक में रिसर्च पेपर पेश किया. नए रिसर्च से यह भी स्पष्ट हुआ है कि 'सभी महिला एस्ट्रोनॉट की टीम' मंगल पर जाकर बच्चे को जन्म दे सकती हैं.
इस शोध से लोगों को ऐसी आशा है कि एक दिन मंगल पर स्पर्म बैंक बनाया जा सकेगा. इससे पहले भी ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि मगंल मिशन में केवल महिला क्रू मेंबर्स शामिल हो सकती हैं. दो वर्ष पहले ब्रिटिश एस्ट्रोनॉट हेलेन शर्मन ने कहा था कि ऐसी ही एक नासा की अप्रकाशित रिपोर्ट है जिसमें संभावित स्पेस क्रू मेंबर्स के सेक्शुअल डिजायर के बारे में जानकारी दी गई है. हेलेन के अनुसार, रिपोर्ट में यह सिफारिश की गई थी कि 'सभी महिलाएं' या 'सभी पुरुषों' वाली टीम को ही मंगल पर पहुँचाया जाए.
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