उज्जैन के संत सुमन भाई देश विदेश में कथाओं का वाचन करते है और उनके सद्विचार प्रासंगिक है। यदि इन्हें जीवन में अंगीकार कर लिया जाये तो जीवन सफल हो जाये।
-वस्त्र सन्यास ने व्यवहार सन्यास बहुत कठिन है। इसलिये व्यवहार को बनाना सीखों तो जीवन सफल हो।
-हृदय विहीन तर्क से परे होकर किये गये कर्म मानवता के नाम पर कलंक बनकर रह जाते है, ऐसे कर्मों से बचें।
-धर्मग्रंथ तो हमारी जीवन ग्रंथियों से हमंे मुक्त कराते है।
-साधना मार्ग में जब साधक अग्रसर होता है तब शास्त्र में पीछे रह जाता है।
-परमात्मा को पाने के लिये प्राणी मात्र से प्रेम करों।
-आत्म विश्वास का अभाव ही सभी अंधविश्वासों का जनक है।
-कोई भी महान कार्य करने के लिये आपके भीतर आत्म विश्वास का होना आवश्यक है।
स्वच्छता से दूर होते है वास्तु दोष
नास्त्रेदमस ने जिस शख्स के बारे में भविष्यवाणी की थी, वो PM मोदी है : सोमैया