नई दिल्ली: दिल्ली में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है, और इस बढ़ते पॉल्यूशन को लेकर एक हाई-लेवल मीटिंग बुलाई गई। इसके बाद, दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने जानकारी दी कि दिल्ली के कई इलाकों जैसे मुंडका, द्वारका सेक्टर 8, पंजाबी बाग, आरके पुरम, और आनंद विहार सहित 13 जगहों का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 'बहुत खराब' स्थिति में है। दिल्ली सरकार ने अधिकारियों को इन क्षेत्रों में तैनात करने के निर्देश दिए हैं। गोपाल राय ने आनंद विहार में यूपी से आने वाली डीजल बसों को प्रदूषण बढ़ने का कारण बताया और बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी को अपना ड्रामा बंद करना चाहिए।
इस मुद्दे पर राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने आम आदमी पार्टी (AAP) पर आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली की स्थिति बहुत खराब है और लोग प्रदूषण की वजह से खांस रहे हैं। खेड़ा ने कहा कि पिछले 10 सालों में सरकार ने दिल्ली की हालत बिगाड़ दी है। बीजेपी के सांसद मनोज तिवारी ने भी केजरीवाल सरकार पर निशाना साधा और कहा कि दिल्ली में प्रदूषण बढ़ता जा रहा है, और सरकार इसे रोकने के बजाय सिर्फ दिखावा कर रही है। दिल्ली सरकार ने प्रदूषण नियंत्रण के लिए कुछ उपाय भी बताए। गोपाल राय ने कहा कि MCD के डिप्टी कमिश्नर को प्रदूषण हॉटस्पॉट का प्रभारी बनाया गया है और अधिकारियों को ग्राउंड पर तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि आनंद विहार में प्रदूषण बढ़ने की मुख्य वजह यूपी की डीजल बसें हैं। इसके अलावा, उन्होंने बताया कि 13 हॉटस्पॉट पर 80 मोबाइल एंटी-स्मॉग गन और वाटर स्प्रिंकलर्स तैनात किए जा रहे हैं।
दिल्ली में पहले भी AAP सरकार पराली जलाने के लिए पंजाब पर आरोप लगाती थी। लेकिन अब जब पंजाब में भी AAP की सरकार है, तो उन्होंने यूपी की डीजल बसों को दोष देना शुरू कर दिया है। इसी तरह, जब गर्मी में पानी की किल्लत हुई थी, तो AAP ने हरियाणा को पानी न देने के लिए जिम्मेदार ठहराया था, जबकि हिमाचल में उनकी गठबंधन सहयोगी कांग्रेस की सरकार थी। इसलिए कहा गया कि हिमाचल तो दिल्ली के हिस्से का पानी छोड़ता है, लेकिन हरियाणा उसे आगे नहीं आने देता। मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा, लेकिन AAP सरकार ने आरोप लगाकर पल्ला झाड़ लिया, लेकिन कोई सबूत नहीं दे पाई।
दिल्ली के पानी संकट के शुद्ध फैक्ट्स-
— Baliyan (@Baliyan_x) June 15, 2024
-> दिल्ली-हरियाणा के बीच 890 क्यूसेक पानी का करार है फ़िलहाल हरियाणा 1049 क्यूसेक पानी दे रहा है।
-> वज़ीराबाद वाटर प्लांट 85% गाद से भरा है, पर भ्रष्टाचार के कारण 11 साल से सफ़ाई का टेंडर नहीं दिया गया।
-> मुनक नहर में पूरा पानी बह रहा… pic.twitter.com/NHWmJWD7uX
जल मंत्री आतिशी मार्लेना दिल्लीवासियों के लिए पानी का इंतज़ाम करने के बजाए, धरने पर बैठ गईं और सिर्फ पानी पीने लगीं, उनकी तबियत बिगड़ी, वो अस्पताल में भर्ती हुईं। इसी बीच बारिश हो गई, और आतिशी जी का धरना ख़त्म हुआ। लेकिन भारी बारिश से दिल्ली में जलजमाव होने लगा, क्योंकि नालियां भी जाम थी, AAP सरकार के अधीन आने वाली MCD ने पानी की निकासी के लिए नालियां साफ़ नहीं की थी। लेकिन, AAP सरकार को क्या था, उन्होंने फिर आरोप लगा दिया कि हरियाणा ने ज्यादा पानी छोड़ दिया है, इसलिए दिल्ली में जलजमाव है। झाग वाली यमुना पर AAP सरकार कहती है कि, यूपी से यमुना में प्रदूषण होता है, जबकि यमुना दिल्ली से निकलने के बाद उत्तर प्रदेश में पहुँचती है, पर AAP सरकार ने यमुना भी उलटी बहा दी।
दिल्ली की मंत्री आतिशी कह रही हैं कि उत्तरप्रदेश को यमुना का Polluted water दिल्ली नहीं भेजना चाहिए।
— Zeennat Rana (@izeennatrana) November 16, 2023
ये पढ़े लिखे लोग हैं??
योगी जी पम्प से भर कर यमुना का पानी वापस दिल्ली में supply करते होंगे, मैडम जी के हिसाब से ???? pic.twitter.com/pIglE6jlYk
जब अरविन्द केजरीवाल जेल से जमानत पर बाहर आए, तो सड़कों की हालत देखकर बोले, ''सड़कें ख़राब हो गई हैं, मुझे जेल में डालकर दिल्ली का विकासकार्य रोक दिया गया है।'' हालाँकि, जेल में केजरीवाल थे, दिल्ली सरकार तो बाहर थी, वैसे तो जेल से भी केजरीवाल जी चिट्ठियां लिखा करते थे, पर सड़क पर चिठ्ठी ना लिख पाए। एक चिट्ठी में उन्होंने लिखा, ''मेरा सिर्फ शरीर जेल में है, आत्मा तो दिल्लीवासियों के साथ है।'' ये चिट्ठी उनकी धर्मपत्नी सुनीता केजरीवाल ने भावुकता के साथ पढ़ी थी। पर अब बेचारी आत्मा कितना काम करे ?
ऐसा लगता है कि AAP सरकार ने हर समस्या का समाधान किसी न किसी बाहरी कारक पर आरोप लगाने में ढूंढा है, चाहे वो प्रदूषण हो, जल किल्लत हो या फिर सड़कों की खराब स्थिति। जनता अब यह सवाल उठाने लगी है कि क्या AAP को केवल आरोप लगाने के लिए चुना गया था?
'बाल विवाह कानून के आड़े नहीं आ सकता कोई पर्सनल लॉ..', सुप्रीम कोर्ट का फैसला
'केजेहल्ली और डीजेहल्ली दंगों के केस भी वापस लो..', कांग्रेस सरकार से बोले रोशन बेग
सद्गुरु के ईशा फाउंडेशन के खिलाफ केस बंद, जानिए क्या बोला सुप्रीम कोर्ट ?