न्यायिक हिरासत में भेजे गए AAP विधायक नरेश बाल्यान, गैंगस्टर से मिलकर वसूली करने का आरोप

न्यायिक हिरासत में भेजे गए AAP विधायक नरेश बाल्यान, गैंगस्टर से मिलकर वसूली करने का आरोप
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नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की एक कोर्ट ने शुक्रवार, 13 दिसंबर 2024 को आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक नरेश बाल्यान को 9 जनवरी तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। बाल्यान पर महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (MCOCA) के तहत केस दर्ज है, जिसकी सुनवाई के दौरान कोर्ट ने ये आदेश दिया।

हालाँकि, दिल्ली पुलिस ने कोर्ट से बाल्यान की 10 दिन की हिरासत मांगी थी। पुलिस का तर्क था कि बाल्यान के जरिए कथित 'अपराध सिंडिकेट' के अन्य सदस्यों की शिनाख्त की जा सकती है। पुलिस ने बताया कि जाँच के दौरान बाल्यान से जुड़े 9 और संदिग्ध लोगों के नाम वजागर हुए हैं। लेकिन विशेष न्यायाधीश कावेरी बावेजा ने इस दलील को खारिज कर दिया। जज कावेरी बवेजा ने पुलिस हिरासत की मांग ठुकराते हुए कहा कि, “पुलिस हिरासत का आधार यह नहीं हो सकता कि आरोपी का सामना उन फरार लोगों से कराया जाए, जिनकी गिरफ्तारी अभी सुनिश्चित नहीं है।” 

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस का आरोप है कि नरेश बाल्यान, गैंगस्टर कपिल सांगवान के लिए एक व्यवसायी से वसूली के मामले में मध्यस्थ की भूमिका निभा रहे थे। पुलिस ने कोर्ट को यह भी बताया है कि राजनितिक पकड़ होने के कारण बाल्यान जाँच में सहयोग नहीं कर रहे हैं और 'सिंडिकेट' के वित्तीय स्रोतों का खुलासा करने में असफल रहे हैं। वहीं, कोर्ट में बाल्यान का पक्ष रख रहे वकील एम एस खान ने कहा कि पुलिस ने जिन अपराधों का जिक्र किया है, वे 2018 से 2023 के बीच के हैं। उन्होंने कहा कि इनमें से कई मामलों में पहले ही चार्जशीट दाखिल हो चुकी है। वकील का कहना था कि MCOCA के तहत कार्रवाई के लिए किसी नए जुर्म का होना जरूरी है, जो इस मामले में नहीं है। अदालत ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद पुलिस की माँग को खारिज कर दिया, लेकिन बाल्यान को 9 जनवरी तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया।  

गौरतलब है कि,  MCOCA का इस्तेमाल संगठित अपराध और माफिया गतिविधियों से निपटने के लिए किया जाता है। यह कानून तब लगाया जाता है जब किसी व्यक्ति पर संगठित अपराध सिंडिकेट में सक्रिय भूमिका निभाने का आरोप हो। पुलिस अब बाल्यान से जुड़े अन्य संदिग्धों की तलाश में है। इस मामले की जाँच यह तय करेगी कि क्या वाकई बाल्यान किसी बड़े संगठित अपराध में लिप्त थे, या उन्हें सियासी विवादों के चलते निशाना बनाया जा रहा है। फ़िलहाल, तो इस मामले से AAP की किरकिरी हो रही है, जिसे पार्टी प्रमुख अरविन्द केजरीवाल कट्टर ईमानदार बताया करते थे।

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