नई दिल्ली : देर से ही सही लेकिन पाक की तरफ से अब दुरुस्त खबर यह आई है कि जाधव मामले में उसके रुख में थोड़ा सा लचीलापन दिखाई दें रहा है.पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने कहा है कि जाधव की सजा पर पुनर्विचार की गुंजाइश है. एक अंग्रेजी अख़बार से बासित ने कहा कि जब तक कुलभूषण जाधव का मामला अंतरराष्ट्रीय कोर्ट में है, तब तक उन्हें फांसी नहीं दी जाएगी.यही नहीं उन्होंने जाधव की फांसी की सजा से बचने के उपाय भी बताए.
गौरतलब है कि पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने कहा कि कुलभूषण जाधव का मामला अंतरराष्ट्रीय कोर्ट में है,बासित ने कहा कि भले ही आईसीजे का फैसला आने में दो-तीन साल लग जाएं, लेकिन उससे पहले फांसी नहीं दी जाएगी. लेकिन वे चाहते है कि इस मामले का फैसला जल्द हो. अब्दुल बासित ने यह भी कहा कि कुलभूषण जाधव के पास फांसी की सजा से बचने के दो उपाय हैं.वे यह कि जाधव पहले आर्मी चीफ जनरल से दया की फरियाद करें और उसके ख़ारिज होने पर उसके बाद राष्ट्रपति के पास भी दया याचिका दें सकते है.
स्मरण रहे कि पाकिस्तान ने पूर्व नौसेना अधिकारी कुलभूषण जाधव (46 )को मार्च, 2016 में गिरफ्तार किया था. जिन्हे पाकिस्तान की एक सैन्य अदालत ने जासूसी और विध्वंसक गतिविधियों के आरोपों में मौत की सजा सुनाई थी. सजा के खिलाफ भारत ने 8 मई को आईसीजे का दरवाजा खटखटाया था. जिसके बाद अंतरराष्ट्रीय कोर्ट ने फांसी पर रोक लगा दी थी. अभी यह मामला वहां लंबित है.
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