नई दिल्ली: कांग्रेस ने राजीव गांधी हत्याकांड में नलिनी श्रीहरन (Nalini Shriharan) और 5 अन्य दोषियों को रिहा करने के सर्वोच्च न्यायालय के फैसले पर नराजगी जाहिर की है। कांग्रेस का कहना है कि वह इसके लिए कोई कानूनी रास्ता खोजेगी और सोनिया गांधी के फैसले से भी कांग्रेस असहमत है। दरअसल, सोनिया गांधी ने खुद नलिनी को माफ कर दिया था, जिससे कांग्रेस ने असहमति जाहिर की है।
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— Congress (@INCIndia) November 11, 2022
राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने सर्वोच्च न्यायालय के फैसले को हैरान करने वाला बताया है। गहलोत ने कहा कि पूर्व पीएम राजीव गांधी की हत्या के दोषियों को रिहा करने के शीर्ष अदालत के फैसले ने लोगों को चौंका दिया है। कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा है कि, 'इस मामले में कांग्रेस के विचार केंद्र सरकार के समान हैं। पार्टी सोनिया गांधी के विचार से सहमत नहीं है और पार्टी ने कई वर्षों से इस पर अपने दृष्टिकोण को स्पष्ट किया है।' उन्होंने कहा कि पूर्व पीएम राजीव गांधी का क़त्ल किसी अन्य अपराध की तरह नहीं है, यह एक राष्ट्रीय मुद्दा है।
बता दें कि 21 मई, 1991 को तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर में चरमपंथी संगठन, लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (LTTE) समूह की एक महिला आत्मघाती हमलावर ने राजीव की हत्या कर दी थी। इस मामलें में 7 दोषियों को सजा-ए-मौत सुनाई गई थी, जिनमें नलिनी श्रीहरन, रविचंद्रन, मुरुगन, संथन, जयकुमार, रॉबर्ट पॉयस और पेरारिवलन शामिल थे। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव जयराम रमेश ने कहा था कि, 'पूर्व पीएम राजीव गांधी के कातिलों को रिहा करने का सर्वोच्च न्यायालय का फैसला पूरी तरह से अस्वीकार्य और पूरी तरह से गलत है।'
राजीव गांधी हत्याकांड पर क्या बोलीं थी सोनिया ?
बता दें कि, वर्ष 2000 में राजीव गांधी की पत्नी और पूर्व कांग्रेस सुप्रीमो सोनिया गांधी के हस्तक्षेप पर नलिनी श्रीहरन की मौत की सजा को उम्रकैद में बदल दिया गया था। जिस समय नलिनी को अरेस्ट किया गया था, उस वक़्त वह 2 माह की गर्भवती थी। नलिनी ने जेल से एक किताब लिखी थी, जिसमें उसने इस बात का उल्लेख करते हुए कहा है कि सोनिया गांधी ने कहा था कि 'उसके जुर्म के लिए उस बच्चे को कैसे दोषी ठहरा दूं, वो तो अभी दुनिया में आया ही नहीं है, इसलिए मैं उसे माफ करती हूं।' यही नहीं, सोनिया गांधी ने कोर्ट से नलिनी के लिए क्षमादान का अनुरोध किया था। इसके अलावा किताब में इस बात का भी उल्लेख है कि वर्ष 2008 में तमिलनाडु के वेल्लोर की जेल में प्रियंका गांधी वाड्रा, नलिनी से मिलने गई थीं और पूछा था कि, 'तुमने मेरे पिता को क्यों मारा?'
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