रायपुर : यहाँ बस्तर की अबूझमाड़िया, मुरिया जनजातियों के रहन-सहन, घर, घोटुल युवागृह, मातागुड़ी और खान-पान आदि देशी-विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।
इसे देखते हुए संस्कृति विभाग नया रायपुर स्थित पुरखौती मुक्तांगन में 10 एकड़ से ज्यादा जमीन पर 'आमचो बस्तर' नाम से नई बस्ती विकसित करवा रहा है। इसके निर्माण में बस्तर के 600 से ज्यादा कामगार जुटे हैं।
अपनी अलहदा संस्कृति, कला, जीवन शैली, दशहरा और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए देश-विदेश में प्रसिद्ध बस्तर के गांव व आदिवासी संस्कृति को अब नया रायपुर में भी देखा जा सकेगा। इस बस्ती को देखकर ऐसा लगेगा कि आप बस्तर के किसी गांव में पहुंच गए हैं। न सिर्फ संस्कृति बल्कि पुरा-अवशेष तक देखने को मिलेंगे। बस्ती निर्माण के पहले चरण का पूरा होने वाला है, जुलाई में इसका लोकार्पण भी हो जाएगा।