पटना: शुक्रवार को बिहार में पूर्ण शराबबंदी के विरोध में पूर्व सैनिकों द्वारा राजभवन मार्च निकाला गया. पूर्व सैनिकों ने राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. चिड़ियाघर से राजभवन जाने के दौरान पुलिस ने सभी को राजभवन मोड़ के पास रोक दिया. प्रर्दशन कर रहे पूर्व सैनिक राजभवन जाने की जिद पर अड़े थे. प्रशासन के समझाने के बाद बिहार राज्य के पूर्व सैनिक संगठन के अध्यक्ष एनके सिंह, संयोजक आरडी सिंह, कैप्टन एमएस रावत समेत पांच सदस्य टीम राजभवन पहुंचे और अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा.
इससे पहले दानापुर के हाथीखाना मोड़ के पास राज्यभर से आए हजारों की संख्या में पूर्व सैनिक जुटे और वहीं पर सभा की. सभा के बाद सभी लोग निजी वाहनों से चिड़ियाघर पहुंचे. पूर्व सैनिकों के मार्च को देखते हुए एसडीएम, दो सिटी एसपी (मध्य, पश्चिमी), कोतवाली, सचिवालय, दानापुर डीएसपी के अलावे शास्त्रीनगर, सचिवालय, हवाईअड्डा, दानापुर, रुपसपुर थानेदार पहले से तैनात थे। अतिरिक्त पुलिस बल और वाटर कैनन, वज्र वाहन भी मोड़ पर तैनात किए गए थे.
पूर्व सैनिक संघ के अध्यक्ष नंद कुमार सिंह ने नशाबंदी कानून को काला कानून बताया और कहा कि सैनिकों को शराब सेना में डॉक्टर की अनुशंसा पर दी जाती है. भौगोलिक परिस्थितियों में देश की रक्षा करते है. कहीं-कहीं माइनस 20-60 डिग्री तापमान रहता है. राजभवन को मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा गया है. 15 दिनों का समय मिला है.