लखनऊ: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के जहानाबाद में एक गंभीर मामला सामने आया है, जिसमें इंसाफ राजा नाम के व्यक्ति को एक हिंदू लड़की के अपहरण और उसके परिवार को धमकाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने इंसाफ को दो देसी बम, एक 315 बोर का तमंचा और जिंदा कारतूस के साथ पकड़ा। युवती की मां ने आरोप लगाया कि इंसाफ ने उन्हें धमकाया था कि अगर वे साल 2021 के मामले को वापस नहीं लेते और इस्लाम कबूल नहीं करते, तो वह उनके पूरे परिवार को बम से उड़ा देगा।
यह मामला सिर्फ एक अपराध नहीं, बल्कि देश के सामाजिक ताने-बाने पर गहराते खतरे की ओर इशारा करता है। इंसाफ राजा पहले भी साल 2021 में एक हिंदू लड़की का अपहरण कर चुका था, जिसके चलते उसे जेल भेजा गया था। जेल से छूटने के बाद उसने फिर से उसी परिवार को निशाना बनाया और जबरन लड़की का अपहरण कर लिया। पुलिस की तत्परता से युवती को बरामद कर लिया गया और इंसाफ को गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस रिकॉर्ड से पता चलता है कि इंसाफ पर पहले से ही दुष्कर्म समेत कई गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं, लेकिन हर बार लचीले कानून और संविधान की आड़ लेकर वो जमानत पर छूट जाता है और फिर अपराध करता है। जहानाबाद के बेहनोटा कोड़ा इलाके का यह मामला न केवल कानून-व्यवस्था के लिए चुनौती है, बल्कि इस्लामी कट्टरपंथ के बढ़ते प्रभाव की ओर भी इशारा करता है। भारत में इस्लामिक कट्टरपंथियों द्वारा जबरन धर्म परिवर्तन के मामले बढ़ते जा रहे हैं, जो पहले पाकिस्तान और बांग्लादेश जैसे मुस्लिम बहुल देशों में आम तौर पर देखे जाते थे।
यह चिंताजनक है कि जिस तरह इस्लामी आबादी के बढ़ने के साथ इन देशों में अल्पसंख्यकों के अधिकारों का दमन किया गया, वैसा ही अब भारत में भी देखने को मिल रहा है। इस मामले में धमकी, अपहरण और जबरन धर्मांतरण की कोशिशें यह साबित करती हैं कि कट्टरपंथी जिहादी मानसिकता भारत के सामाजिक सौहार्द को चुनौती दे रही है।