इंग्लिश फुटबाल क्लब मैनचेस्टर सिटी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी फेरान सोरियानो ने कहा है कि क्लब पर लगे वित्तीय गड़बड़ियों के आरोप बिल्कुल गलत हैं. खेल रिपोर्ट के मुताबिक, यूईएफए ने पिछले सप्ताह ही क्लब को लाइसेंस और वित्तीय नियमों के उल्लंघन के वजह से यूरोपियन टूर्नामेंट में हिस्सा लेने से दो साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है और उन पर 30 मिलियन यूरोज का जुर्माना भी लगाया गया है.
सोरियानो ने एक बयान में कहा हैं की, "आज सबसे अहम चीज जो मुझे कहनी है वो यह है कि क्लब के ऊपर जो आरोप लगे हैं वो गलत है. वह पूरी तरह से गलत है. " उन्होंने कहा, "मालिक ने क्लब में वो पैसा नहीं लगाया है जिसकी घोषणा नहीं की गई. हम टिकाऊ क्लब हैं, हम फायदे में चल रहे हैं. हमारे ऊपर कर्ज नहीं है. ऑडिटर्स, रेग्यूलेटर्स, निवेशकों द्वारा हमारे खातों की कई बार जांच हो चुकी है और इसमें किसी तरह की गड़बड़ी नहीं पाई गई. " उन्होंने कहा कि सिटी ने जांच प्रक्रिया में सहयोग किया था और दावे गलत हैं, इस बात के कई सबूत दिए थे.
अगर अपील मानी नहीं जाती है तो क्लब को चैम्पियंस लीग या यूरोप की दूसरी डिविजन लीग के टूर्नामेंट, यूरोपा लीग में हिस्सा लेने से 2022 और 2023 तक प्रतिबंधित किया जा सकता है. यूईएफए के निर्णायक चैम्बर ने सिटी को यूईएफए क्लब के लाइसेंस और वित्तयी नियमों के उल्लंघन का दोषी पाया. चैम्बर के मुताबिक इंग्लिश क्लब ने अपने स्पांसरशिफ खर्चे को ज्यादा बताया. चैम्बर ने साथ ही क्लब पर जांच में सहयोग न करने के आरोप भी लगाए. दो साल के बैन के खिलाफ सिटी ने कहा है कि वह लुसाने स्थिति खेल पंचाट न्यायालय (सीएएस) में अपील करेगी.
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