बैंगलोर: कर्नाटक के दावणगेरे जिले के चन्नागिरी में आदिल नामक शख्स की कथित तौर पर पुलिस थाने में हुई मौत के बाद हिंसक भीड़ ने पुलिस स्टेशन में तोड़फोड़ मचा दी, पथराव किया और कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया। घटना आज यानी शनिवार (25 मई) की है। पुलिस ने कहा कि आदिल (30) को जिले में जुआ गतिविधियों में संलिप्त होने के आरोप में 24 मई को हिरासत में लिया गया था। शुक्रवार रात उसकी हालत बिगड़ी और थाने में ही उसकी मौत हो गई।
Police station vandalised over alleged custodial death in #Davangere, #Karnataka.
— Hate Detector ???? (@HateDetectors) May 25, 2024
In the early hours on Saturday a police station was vandalised and several vehicles were set on fire by a violent mob over an alleged custodial death.
Adil (30) was detained on May 24 for his… pic.twitter.com/l6lcuksfKx
वहीं, जैसे ही स्थानीय मुस्लिम समुदाय में आदिल की मौत की खबर फैली, उसके रिश्तेदारों लोग भारी भीड़ के साथ थाने पर पहुंच गए और जमकर बवाल काटा। भीड़ ने पुलिस वाहनों को भी आग लगा दी और पथराव किया। पुलिस को भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज का सहारा लेना पड़ा, लेकिन फिर भी भीड़ काबू नहीं हुई। इस हमले में लगभग 11 पुलिसकर्मी घायल हो गए। आदिल के रिश्तेदारों ने इल्जाम लगाया कि उसकी मौत पुलिस हिरासत में टॉर्चर की वजह से हुई है। दावणगेरे के पुलिस अधीक्षक (SP) उमा प्रशांत ने कहा कि आरोपी की लाश को सरकारी अस्पताल में भेज दिया गया है और पोस्टमॉर्टम के बाद इसे परिवार के सदस्यों को सौंप दिया जाएगा।
SP ने बताया कि, पुलिस इलाके में पेट्रोलिंग कर रही है और चन्नागिरी में अतिरिक्त बल तैनात कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि शव का पोस्टमार्टम मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में किया जाएगा और रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने हिरासत में आरोपी आदिल को टॉर्चर करने की बात को सिरे से नकार दिया है। उसके शरीर पर एक भी चोट या जख्म का निशान नहीं है। पुलिस ने बताया है कि थाने लाए जाने के छह से सात मिनट के भीतर ही उसकी मौत हो गई। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद बताया कि उसकी मौत लो बीपी की वजह से हुई है।
दावणगेरे के SP उमा प्रशांत ने बताया कि, 'कल आदिल नामक एक शख्स को पूछताछ के लिए पुलिस स्टेशन लाया गया था, वो थाने में बेहोश होकर गिर पड़ा। जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया। आदिल पुलिस थाने में छह-सात मिनट तक भी नहीं रुका। लोग जेल के अंदर मौत होने का आरोप लगा रहे हैं। जबकि, पुलिस स्टेशन में CCTV कैमरा लगा है, उसमे चेक किया जा सकता है, पुलिस ने उसके साथ कोई मारपीट नहीं की। फिर भी, मृतक के पिता ने शिकायत दर्ज कराई है और मामले की छानबीन की जाएगी। न्यायाधीश की उपस्थिति में शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा। बता दें कि, मुस्लिम भीड़ द्वारा की गई इस हिंसा में 7 पुलिस वाहन क्षतिग्रस्त हो गए हैं और 11 पुलिसकर्मी जख्मी हुए हैं, जिनका इलाज किया जा रहा है। पुलिस ने इस मामले में तीन FIR दर्ज की है।
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