इलाहाबाद. इलाहाबाद के मऊआइमा इलाके में एक नाबालिग से दुष्कर्म करने के बाद उसे पुलिस और पंचायत ने और पीड़ित कर दिया. यहाँ नाबालिग को न्याय दिलाने वाली पंचायत ने आरोपी को 80 हज़ार रुपये के बदले छोड़ दिया और किशोरी के परिवार पर यह फैसला मानने का दबाव बनाते हुए कहा कि यदि ऐसा नहीं किया तो उन्हें समाज से बहिष्कृत कर दिया जाएगा. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में कोई तहरीर नहीं आई है. तहरीर मिलने पर कार्रवाई की जाएगी .
मऊआइमा में रहने वाली किशोरी 4 दिन पहले शौच के लिए खेत की ओर जा रही थी, तभी पहले से घात लगाकर बैठे पड़ोसी युवक ने उसे पकड़ लिया. इज्ज़त लूटने के बाद उसने धमकी दी कि अगर उसने किसी को कुछ बताया, तो वह पूरे गांव में उसे बदनाम कर देगा. बदहवास हालत में घर पहुंची किशोरी ने अपने परिजनों को पूरी बात बताई. जब परिजन रिपोर्ट लिखाने थाने पहुंचे तो पुलिसवालों ने कहा कि मुकदमा दर्ज होने पर बदनामी होगी, बिरादरी का मामला है, इसे आपस में ही निपटा लो.
समाज के कुछ लोगों को खबर लगते ही वे पीड़िता के परिजनों पर समझौता का दबाव बनाने लगे. न्याय के नाम पर दो दिन तक बिरादरी की पंचायत लगाई गई, जहां पंचों ने 80 हजार रुपए देकर मामला निपटाने का आदेश दिया गया. अभी तक पंचायत के फैसले पर कानूनी कार्रवाई नहीं की गई है.
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