मुंबई: मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह के खिलाफ महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार कड़े एक्शन की तैयारी कर रही है. सूत्रों ने बताया है कि उन्हें निलंबित किया जा सकता है. महाराष्ट्र सरकार ने परमबीर सिंह पर देबाशीष चक्रवर्ती की रिपोर्ट को स्वीकार कर लिया है. इस रिपोर्ट में परमबीर सिंह को निलंबित करने की सिफारिश की गई है.
परमबीर सिंह पर सेवा के नियमों का उल्लंघन करने का इल्जाम है. बताया जा रहा है कि उनके खिलाफ एक सप्ताह में कोई बड़ा फैसला लिया जा सकता है. परमबीर सिंह काफी समय से लापता चल रहे थे. अंतिम बार मई 2021 को उन्हें देखा गया था. इसके बाद महाराष्ट्र के गृह विभाग ने IPS परमबीर सिंह के खिलाफ डिपार्टमेंटल इन्क्वायरी के निर्देश दिए थे. एसीएस (प्लानिंग) देबाशीष चक्रवर्ती ने ये छानबीन की थी, जिसमें उन्हें ऑल इंडिया सर्विस रूल्स के नियमों के उल्लंघन करने का दोषी ठहराया गया है.
परमबीर सिंह आज चांदीवाल आयोग के समक्ष भी पेश हुए. चांदीवाल आयोग ने परमबीर पर 15 हजार रुपये का जुर्माना ठोंका है. उन्हें ये राशि चीफ मिनिस्टर रिलीफ फंड में जमा करने के लिए कहा गया है. समन जारी करने के बाद भी पेश नहीं होने पर उन पर ये जुर्माना ठोंका गया है. वहीं, परमबीर सिंह की तरफ से आयोग के समक्ष पेश किए गए हलफनामे में कहा गया है कि वो कोई भी प्रमाण नहीं देना चाहते और न ही क्रॉस एग्जामिन करना चाहते हैं.
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