रायपुर: छत्तीसगढ़ के आदिवासी बहुल जशपुर जिले के एक गांव में कथित रूप से धर्म परिवर्तन का प्रयास करने के इल्जाम में एक ईसाई पादरी सहित चार व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने कहा, उनकी पहचान पादरी अरुण कुजूर तथा पादरी बसंत लकड़ा, पास्टर सालमन तिग्गा तथा डिनो कुजूर के तौर पर हुई है। एक अफसर ने बताया कि स्थानीय लोगों की शिकायत के आधार पर उन्हें सोमवार को बागीचा थाना इलाके के पसिया गांव से अरेस्ट किया गया है। इन सभी को चंगाई सभा की आड़ में कथित तौर पर धर्म परिवर्तन का प्रयास करने के इल्जाम में पकड़ा है।
वही शिकायत के मुताबिक, चारों दोषियों ने रविवार एवं सोमवार को एक ग्रामीण दिलीप नागवंशी के घर पर 'चंगई सभा' आयोजित की, जहां उन्होंने कथित रूप से आदिवासियों को ईसाई धर्म में बदलने का प्रयास किया। अफसरों ने बताया कि पुलिस ने यह कार्रवाई ग्रामीण हरिराम नागवंशी की शिकायत पर की है। अफसर ने कहा कि नागवंशी ने पुलिस में शिकायत की थी कि इस माह की 20 दिनांक को ईसाई समुदाय के पादरी तथा पास्टर गांव के दिलीप नागवंशी के घर चंगाई सभा का आयोजन कर ईसाई धर्म का प्रचार कर रहे थे तथा जब अन्य ग्रामीण दिलीप के घर सभा में पहुंचे तब वहां औरतों तथा बच्चों सहित तकरीबन 50 लोग एकत्र थे। पादरी एवं पास्टर वहां उपस्थित लोगों से सनातन धर्म छोड़कर ईसाई धर्म अपनाने के लिए कह रहे थे।
अफसर ने कहा कि चारों के खिलाफ आईपीसी की धारा 295 ए (जानबूझकर तथा दुर्भावनापूर्ण कृत्य, किसी भी वर्ग की धार्मिक भावनाओं को उसके धर्म अथवा धार्मिक भावनाओं का अपमान करने का इरादा) तथा आईपीसी की 34 (सामान्य मंशा) और छत्तीसगढ़ धर्म स्वतंत्रता अधिनियम की धारा 4 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
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