नई दिल्ली: राज्यसभा के सभापति और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने संसद की एक समिति से कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) के 12 सांसदों की तरफ से बार-बार आसन के पास आकर, नारेबाज़ी करके और सदन की कार्यवाही बाधित करके कथित रूप से विशेषाधिकार का हनन (Breach of Privilege) किए जाने के मामले की जांच करने के निर्देश दिए हैं। राज्यसभा के बुलेटिन के मुताबिक, जिनके खिलाफ जांच होनी है, उनमे 9 सांसद कांग्रेस के और 3 सदस्य AAP के हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, सदन में हंगामा करने वाले कांग्रेस सांसदों में शक्तिसिंह गोहिल, नारणभाई जे राठवा, सैयद नासिर हुसैन, कुमार केतकर, इमरान प्रतापगढ़ी, एल हनुमंतैया, फूलो देवी नेताम, जेबी एम हिशाम और रंजीत रंजन शामिल हैं। वहीं, AAP सदस्यों के नाम संजय सिंह, सुशील कुमार गुप्ता और संदीप कुमार पाठक हैं। दूसरी तरफ, इस मामले पर सफाई देते हुए AAP सांसद संजय सिंह ने कहा है कि, 'हमने ऐसा कुछ भी नहीं किया है, जो विशेषाधिकार हनन के बराबर हो। हमने सिर्फ सच्चाई बताई है और करोड़ों आम लोगों से संबंधित घोटाले का पर्दाफाश किया है।' संजय सिंह से कहा कि, 'जब हमें नोटिस मिलेगा, हम उसका जवाब देंगे।'
राज्यसभा सचिवालय द्वारा 18 फरवरी को जारी किए गए बुलेटिन में कहा गया है कि, 'सभापति ने (सांसदों) द्वारा प्रदर्शित नियम विरुद्ध आचरण से उत्पन्न विशेषाधिकार के कथित उल्लंघन के एक सवाल का जिक्र किया है, इनमें राज्यसभा के नियमों और शिष्टाचार का उल्लंघन करते हुए लगातार सदन में आसन के नजदीक आना, नारे लगाना और लगातार तथा जानबूझकर परिषद की कार्यवाही में व्यवधान डालना, सभापति को बैठकों को बार-बार स्थगित करने के लिए मजबूर करना शामिल हैं।' बता दें कि बजट सत्र के प्रथम चरण में राज्यसभा में विभिन्न मुद्दों पर विपक्षी सदस्यों ने जमकर हंगामा किया था, जिसके चलते सदन की कार्यवाही बार-बार बाधित हुई। इस बार भी संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही बार-बार हंगामे के कारण स्थगित करनी पड़ी थी।
'ऐसे तो ये सबकुछ छीन लेंगे..', उद्धव की याचिका पर सुनवाई के लिए राजी हुआ सुप्रीम कोर्ट
'श्रद्धा की तरह मिलेंगे 35 टुकड़े, जल्द होगा तलाक', स्वरा भास्कर पर भड़कीं साध्वी प्राची
अपनी 80 वर्षीय माँ को 'मक्का' ले जाना चाहती हैं महबूबा मुफ़्ती, विदेश मंत्री से मांगी मदद