बॉलीवुड फिल्मों के मशहूर अभिनेता अक्षय कुमार स्टारर फिल्म OMG-2 को लेकर उज्जैन के महाकाल मंदिर के पुजारियों का विरोध जारी है। वे फिल्म को लेकर अपनी आपत्ति पर अड़े हैं। शुक्रवार को लॉन्च हुई फिल्म को देखने महाकाल मंदिर के पुजारी महेश शर्मा पहुंचे। उनके साथ लीगल नोटिस देने वाले अधिवक्ता भी थे। OMG-2 फिल्म देखने के पश्चात् उन्होंने कहा कि फिल्म में महाकाल मंदिर की परम्परा से छेड़छाड़ की गई है। जो सहन नहीं किया जाएगा। फिल्म निर्माताओं को भेजा गया नोटिस भी वापस नहीं लेंगे। वकीलों से सलाह लेकर ऐक्शन लिया जाएगा। वहीं, फिल्म जो दृश्य हटाने की मांग की थी वह नहीं हटाए गए है विरोध जारी रहेगा।
वही इस फिल्म का विरोध पुजारी एवं संत पहले से ही कर रहे थे उनका कहना था की फिल्म को ए सर्टिफिकेट दिए जाने के 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चे देख नहीं पाएंगे। साथ ही फिल्म में महाकाल मंदिर के सीन हटाने की मांग कर रहे थे। हालांकि, उस समय उन्होंने फिल्म देखी नहीं थी। तत्पश्चात, शुक्रवार को फिल्म रिलीज होते ही मंदिर के पुजारी, फिल्म निर्माताओं को नोटिस भेजने वाले वकील ने फिल्म देखी। अब तक फिल्म से महाकाल मंदिर के सीन हटाने की मांग हो रही थी। मगर फिल्म देखने के पश्चात् इसके संवाद और कुछ तथ्यों पर भी ऐतराज जताया है। अखिल भारतीय पुजारी महासंघ की तरफ से फिल्म निर्माताओं को नोटिस भेजने वाले वकील अभिलाष व्यास का कहा कहना है की हम चाहते हैं कि एडल्ट कंटेंट में भगवान को नहीं दिखाना चाहिए। फिल्म में एक जगह पर एक्टर अक्षय कुमार कहते है की सवाल नहीं करोगे तो जवाब कहां से मिलेगा। हम भी यही सवाल करते हैं कि आपने हमारे महाकाल को ऐसी फिल्मों में क्यों दिखाया जाए जिसमें एडल्ट कंटेंट है। इस पर हम कार्रवाई करेंगे, तभी जवाब मिलेगा। अन्य डायलॉग है- 'मानहानि का केस करवाता और माफी मंगवाता। भगवान महादेव में हमारी आस्था है। फिल्म का कंटेंट स्वीकार योग्य नहीं है।
फिल्म निर्माताओं के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। नोटिस वापस नहीं लिया जाएगा। महाकाल मंदिर के पंडित महेश पुजारी ने कहा कि फिल्म में बार-बार महाकालेश्वर मंदिर को सेक्स के साथ जोड़ा है। फिल्म में कई बार भगवान महाकाल का नाम लिया गया, जो आपत्तिजनक है।भगवान शिव को कभी कचौरी खरीदते, कभी थाने में आरोपी की भांति दिखाया गया है। फिल्म OMG-2 में सेक्स एजुकेशन से रिलेटेड है और फिल्म में बार-बार महाकाल मंदिर का शॉट दिखाए गए है । फिल्म में शिवलिंग की उत्पत्ति लिंग और योनि से बताई गई है, जो पूरी तरह भ्रामक है, जबकि महाकाल तो स्वयंभू हैं। इसमें कई शॉट देखने लायक नहीं हैं।फिल्म में एक हीरो को मंदिर में भस्म आरती करते दिखाया गया है। ये मंदिर की वंशवाद परंपरा में हस्तक्षेप है। इन सभी दृश्यों को फिल्म से हटाने की मांग की जाएगी।
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