नई दिल्ली: संसद के शीतकालीन सत्र में सोमवार को लोकसभा की कार्यवाही एक बार फिर बाधित हो गई। सुबह कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने अडाणी मुद्दे को लेकर जोरदार हंगामा शुरू कर दिया, जिसके कारण कार्यवाही को कुछ ही देर बाद दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दिया गया। विपक्षी दल लंबे समय से अडाणी समूह से जुड़े आरोपों को लेकर सरकार पर हमला कर रहे हैं और इस मुद्दे की विस्तृत जांच की मांग कर रहे हैं।
सत्र शुरू होने से पहले विपक्षी दलों ने संसद परिसर में प्रदर्शन किया। इस विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी भी शामिल हुए। राहुल गांधी ने अन्य विपक्षी सांसदों के साथ खड़े होकर सरकार के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की। प्रदर्शन के दौरान विपक्षी सांसदों ने सरकार से अडाणी समूह पर लगे आरोपों की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (JPC) के गठन की मांग की। हालांकि, इस प्रदर्शन में कांग्रेस के दो प्रमुख सहयोगी दल, तृणमूल कांग्रेस (TMC) और समाजवादी पार्टी (SP), शामिल नहीं हुए। उनकी गैर-मौजूदगी ने विपक्ष के भीतर एकता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। इसके बावजूद कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने अपने विरोध को जारी रखते हुए अडाणी मुद्दे को लेकर सरकार को घेरने का प्रयास किया।
संसद की कार्यवाही में लगातार बाधा आने से महत्वपूर्ण विधायी कार्यों पर असर पड़ रहा है। विपक्ष का कहना है कि जब तक अडाणी मुद्दे पर संतोषजनक जवाब नहीं मिलता, तब तक वे सदन में अपनी आवाज उठाते रहेंगे। दूसरी ओर, सरकार इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए है, जिससे यह विवाद और गहरा हो गया है। इस घटनाक्रम ने संसद सत्र की कार्यवाही को ठप कर दिया है और देश में राजनीतिक तापमान को और बढ़ा दिया है। अब देखना यह होगा कि क्या सरकार और विपक्ष के बीच इस मुद्दे पर कोई सहमति बनती है या सत्र का अधिकतर समय इसी गतिरोध में निकल जाएगा।