शनिवार को विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर ने दुनिया के अन्य देशों का भारत के प्रति रवैये को लेकर अहम बयान दिया. उन्होंने कहा, ‘शायद अब हमें अपने सच्चे मित्र की पहचान हो जाएगी.’ दरअसल विदेश मंत्री से पूछा गया था कि क्या दुनिया में हमारे मित्रों का साथ छूट रहा है? दिल्ली में शनिवार को ग्लोबल बिजनेस समिट का आयोजन किया गया जिसमें विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर शामिल हुए.
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इस विशेष समिट में अपने संबोधन में उन्होने कहा कि, ‘एक समय था जब भारत की क्षमता कम थी और खतरे अधिक थे इसलिए हमने दुनिया के अन्य देशों से दूरी बनाई. अब हम ऐसा नहीं कर सकते. भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी इकोनॉमी है. पहले भारत को विदेशों से होने वाले खतरों को लेकर चर्चा की. उन्होंने कहा, ‘अब दुनिया की प्रकृति बदल गई है.
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आपकी जानकारी के लिए बता दे कि ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खोमैनी ने गुरुवार को भारत सरकार से तथाकथित कट्टरपंथी हिंदुओं और उनकी पार्टियों को रोकने की अपील की. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि भारत मुसलमानों पर हिंसा रोके नहीं तो वह इस्लामिक जगत से अलग-थलग पड़ जाएगा.उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली में हुई हालिया हिंसा से दुनिया भर के मुसलमान दुखी हैं. बता दें कि यह बयान तब आया है जब दो दिन पहले ही नई दिल्ली में ईरान के राजदूत अली चेगेनी को तलब किया गया और दिल्ली हिंसा पर ईरानी विदेश मंत्री जवाद जरीफ के कमेंट पर विरोध जताया गया.
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