श्रीनगर: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के जम्मू-कश्मीर प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र रैना हाल ही में अपने चुनावी हलफनामे में सबसे गरीब उम्मीदवार के रूप में सामने आए हैं। उनके द्वारा दाखिल किए गए दस्तावेजों में यह स्पष्ट किया गया है कि उनकी कोई संपत्ति नहीं है। यह जानकारी राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गई है, क्योंकि आमतौर पर चुनावी उम्मीदवारों की संपत्ति काफी अधिक होती है।
रवींद्र रैना ने हलफनामे में बताया है कि उनके पास न तो जमीन है और न ही बैंक में कोई जमा राशि। उन्होंने किसी प्रकार की पैतृक संपत्ति भी नहीं पाई है और न ही कोई निवेश किया है। उनके पास केवल जम्मू के गांधी नगर में एक सरकारी आवास है, जो उन्हें 2014 में विधायक बनने के बाद आवंटित हुआ था। रैना के पास मात्र 1000 रुपये नकद हैं, जो कि 2014 के मुकाबले 20,000 रुपये की कमी दर्शाता है। उन पर किसी प्रकार का बिजली, फोन या पानी का बिल बकाया नहीं है। रैना ने साइंस में ग्रेजुएशन और ड्यूटीज एजुकेशन में डिप्लोमा किया है। वह जम्मू-कश्मीर में बीजेपी के प्रमुख नेताओं में से एक हैं और पार्टी के लिए चुनावी प्रचार में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। रवींद्र रैना 2017 से बीजेपी की जम्मू-कश्मीर इकाई के अध्यक्ष हैं और संघ से जुड़े रहे हैं। उन्होंने 2014 के विधानसभा चुनाव में पीडीपी के सुरिंदर चौधरी को 9,503 वोटों से हराया था।
रैना की इस संपत्ति घोषणा के बाद उनके समर्थक इसे उनकी सादगी और ईमानदारी का प्रतीक मान रहे हैं। दूसरी ओर, कुछ विपक्षी दल इसे एक राजनीतिक चाल बता रहे हैं। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए रैना ने कहा कि वह एक साधारण जीवन जीते हैं और जनता की सेवा करना ही उनका मुख्य उद्देश्य है। रवींद्र रैना के समर्थकों का मानना है कि उनके प्रदेश अध्यक्ष ईमानदार और गरीबों के प्रति संवेदनशील हैं। उनकी छवि एक जमीनी नेता के रूप में देखी जाती है, जो समाज के हर वर्ग से जुड़े हुए हैं।
इस जानकारी ने भारतीय राजनीति में पारदर्शिता और ईमानदारी की बहस को एक बार फिर गरमा दिया है। यह देखना दिलचस्प होगा कि आगामी चुनावों में जनता इस मुद्दे पर किस तरह की प्रतिक्रिया देती है। जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव तीन चरणों में होंगे, जिनमें पहले चरण का मतदान 18 सितंबर को, दूसरे चरण का 25 सितंबर को और तीसरे चरण का 1 अक्टूबर को होगा। रवींद्र रैना नौशेरा सीट से एक बार फिर मैदान में हैं।
बिहार में 65% आरक्षण को लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंची RJD, केंद्र सरकार को नोटिस जारी
'हिन्दू देवी-देवताओं का बहिष्कार करो..', कहने वाले AAP विधायक राजेंद्र पाल का कांग्रेस में स्वागत
देश के 9 एयरपोर्ट पर शुरू हुई डीजी यात्रा सेवा, जानिए क्या मिलेगा इसका लाभ?