अफगानिस्तान के पहले उपराष्ट्रपति अमरतुल्लाह सालेह को लेकर एक बड़ी खबर आई है. जी दरअसल उन्होंने हाल ही में डूरंड लाइन का मुद्दा उठाया था और इसके अलावा उन्होंने पेशावर के बारे में भी बात की. अब इसी के दो दिन बाद उन पर काबुल में आईडी ब्लास्ट करवाया गया है. मिली जानकारी के मुताबिक इस हमले में तीन अंगरक्षक घायल हो गए हैं और इसी के साथ ही कई लोग इस विस्फोट में मारे गए हैं.
बताया जा रहा है अमरतुल्लाह सालेह का काफिला जिस समय उपराष्ट्रपति के कार्यालय में प्रवेश करने जा रहा था उसी दौरान रास्ते में पुल के नीचे बम लगया गया था. IED इतना शक्तिशाली था कि आस-पास की दुकानों में गैस सिलिंडर विस्फोट के कारण फट गए. इस हमले में 15 लोग मारे गए हैं और 50 अन्य के घायल होने की खबर मिली है. एक खुफिया रिपोर्ट में इस बारे में बताया गया है. वैसे सालेह को लेकर जो जानकारी मिली है उसमे बताया गया है कि वह सुरक्षित हैं.
हमले के बाद सालेह ने एक वीडियो संदेश जारी किया जिसमे उन्होंने कहा कि, 'हमला सुबह 7.30 बजे हुआ, जब वह काम करने के लिए जा रहे थे. आत्मघाती हमला जिस स्थान पर हुआ वह संकीर्ण था.' इसके अलावा उन्होंने वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों की त्वरित कार्रवाई के लिए धन्यवाद दिया. वैसे आपको याद हो तो यह पहली बार नहीं है, बल्कि इससे पहले भी ऐसा हो चुका है. पूर्व खुफिया प्रमुख सालेह पिछले साल अपने कार्यालय में एक हत्याकांड के दौरान बच गए थे. उस हत्याकांड में 20 लोग मारे गए थे.
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