काबुल: अफगानिस्तान की एक मस्जिद में बम बनाने की क्लास चल रही थी, इसी बीच जोरदार धमाका हो गया, जिससे 30 तालिबानी आतंकियों की मौत हो गई। डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार, अफगान नेशनल आर्मी ने एक बयान में इस बारे में जानकारी दी है। बताया गया है कि मारे गए लोगों में छह विदेशी भी थे। यह हादसा शनिवार की सुबह हुआ है।
खामा प्रेस न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, दौलताबाद के कुलतक गांव की मस्जिद में तालीबानी लड़ाकों को बम और IED बनाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा था। अफगान नेशनल आर्मी का कहना है कि धमाका इतना भयावह था कि लाशों के चीथड़े उड़ गए है, जिसके चलते मारे गए विदेशी लोगों की शिनाख्त नहीं हो पाई है। अफगानिस्तान के सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि एक अन्य घटना में कुंदुज प्रोविन्स में तालिबान द्वारा प्लांट किए गए IED में ब्लास्ट होने से दो बच्चों की जान चली गई।
बता दें कि बीते कुछ महीने में अफगानिस्तान में तालिबानी हमले की वारदातें बढ़ गई हैं। सोमवार को नैटो के सेक्रेटरी जनरल जेन्स स्टोल्टेनबर्ग ने कहा था कि अलायंस अफगानिस्तान से सैनिकों को उचित ‘समय होने तक’ वापस नहीं बुलाएगा। बुधवार और गुरुवार को नैटो में शामिल 30 देशों के मंत्रियों की बैठक होनी है। इससे पहले ट्रंप सरकार ने तालिबान के साथ एक समझौता किया था, जिसके बाद से अमेरिकी फ़ौज को अफगानिस्तान से वापस बुलाने की बात कही जा रही थी। मगर अभी लगभग 9600 सैनिक अफनागिस्तान में तैनात हैं। बाइडेन सरकार ने कहा है कि ट्रंप प्रशासन के साथ किए गए समझौते की समीक्षा की जा रही है।
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