पाकिस्तान का पड़ोसी देश अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र मिशन (UNAMA) के प्रमुख तादामिची यामामोतो ने कहा है कि देश में युद्ध समाप्ति के बाद ही स्थानीय लोगों के समृद्ध भविष्य की कल्पना की जा सकती है. अफगानिस्तान में हिंसक संघर्ष लंबे समय से जारी है और पिछले एक दशक में ही एक लाख से ज्यादा लोग हताहत हुए हैं.
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अपने बयान में उन्होंने कहा कि, जैसा कि मैंने पिछले सप्ताह सुरक्षा परिषद को बताया, राष्ट्रपति चुनाव का चाहे जो भी नतीजा हो, नए प्रशासन के लिए शांति सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा होगा.'मैं संयुक्त राष्ट्र की उस अपील को दोहराता हूं जिसमें सभी से शांति के लिए आवाज़ उठाने और सभी पक्षकारों से युद्ध समाप्ति के लिए खरे और ठोस कदम उठाने की बात कही गई है. देश में हिंसक संघर्ष का कोई सैन्य समाधान नहीं हो सकता है.'
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इसके अलावा उन्होने आगे कहा कि देश में जल, भूमि सहित अन्य प्राकृतिक संसाधनों पर लंबे समय से चले आ रहे विवादों के निपटारे के लिए यूएन मिशन स्थानीय समुदायों के साथ काम कर रहा है और ये प्रयास आने वाले में समय में भी जारी रहेंगे.मिशन प्रमुख यामामोतो ने अफगानिस्तान में टिकाऊ शांति व मानवाधिकारों की रक्षा के लिए वार्ता के संकल्प को रेखांकित किया है. उन्होंने कहा कि महिलाओं व युवाओं को भी इसमें शामिल किया जाना चाहिए क्योंकि अफगान नागरिकों के नेतृत्व में होने वाली शांति प्रक्रिया का वे अहम हिस्सा हैं. साथ ही उन्होंने कहा, लेकिन युद्ध की समाप्ति के बाद ही अफगानिस्तान में समृद्ध भविष्य के लिए वास्तविक उम्मीद बन पाएगी. अफगानिस्तान के लाखों आम नागरिकों – युवा व वृद्ध, महिला व पुरूष, लड़कियां व लड़कों - की आशाएं और आकांक्षाएं उन कंधों पर टिकी हैं जो स्थाई राजनीतिक निपटारे के जरिए युद्ध का अंत करने के प्रयासों में जुटे हैं.
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