151 साल बाद एक ही रेखा में आएंगे 6 ग्रह, आसमान में दिखाई देगा दुर्लभ नजारा

151 साल बाद एक ही रेखा में आएंगे 6 ग्रह, आसमान में दिखाई देगा दुर्लभ नजारा
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आज यानि 21 जनवरी 2025 की रात्रि को स्पेस के वर्ल्ड में अकल्पनीय खगोलीय घटना के योग बन रहे है और फिर आसमान में दुर्लभ नजारा भी लोगों को देखने के लिए मिल सकता है। इतना ही नहीं आज धरतीवासी परेड ऑफ द प्लानेट्स (प्लेनेटरी एलाइनमेंट) देखने के लिए तैयार रहें। आज 6 ग्रह शुक्र, बृहस्पति, शनि, मंगल, यूरेनस, नेप्च्यून एक सीधी लाइन में दिखाई देंगे। कुछ रिपोर्ट्स में तो ये भी दावा किया गया है कि 8 मार्च 2025 तक यह खूबसूरत नजारा रोजाना ही आसमान में देखने के लिए मिलेगा। 15 फरवरी के पश्चात इस परेड का भाग बुध ग्रह भी  बनेगा। इतना ही नहीं इन ग्रहों की आधी शोभा चंद्रमा बढ़ाने का काम करेगा। रोशनी से दूर घने अंधेरे में देखने पर 4 ग्रह खुली आंखों से दिखाई देने वाले है। नेप्च्यून एवं यूरेनस ग्रह को देखने के लिए दूरबीन की आवश्यकता पड़ेगी।

पूरी दुनिया में दिखाई देगा ये अद्भुत नजारा: रिपोर्ट्स की माने तो सूर्यास्त के पश्चात लगभग साढ़े 8 बजे से यह परेड देखने के लिए मिल सकती है। साढ़े 11 बजे के पश्चात ग्रह गायब होने लग जाएंगे। , बृहस्पति, यूरेनस मंगल आसमान में सारी रात दिखाई देने वाले है। मंगल सूर्य के उदय होने से पहले अस्त होगा। इतना ही नहीं शनि, बुध, नेपच्यून जब अस्त होंगे तो सूर्य के सबसे पास रहेंगे। शुक्र-शनि पश्चिम दिशा में और बृहस्पति-मंगल पूर्व दिशा में दिखाई देने वाले है। सूर्यास्त के लगभग 45 मिनट के पश्चात ग्रह लाइन में साफ़ तौर पर दिखाई देने वाले है। 8 मार्च तक यह परेड पूरी तरह धूमिल हो सकते है। अमेरिका, कनाडा सहित इंडिया और पूरी विश्व में लोग ग्रहों की परेड देख पाएंगे और इसे देखने के लिए सबसे अच्छा वक़्त 21 जनवरी 2025 से 21 फरवरी 2025 के मध्य होने वाला है। अमावस के दिनों में इस परेड को देखने का सबसे अच्छा वक़्त साबित हो सकता है।

ग्रह एक रेखा में कब होते है?: कुछ रिसर्च में तो ये भी बताया गया है कि अंतरिक्ष के 7 ग्रह सूर्य का राउंड लगते है, जिनमें पृथ्वी ग्रह भी जुड़ा हुआ है। सभी ग्रह एक दूसरे से दूर, लेकिन सर्किल शेप में सूर्य की परिक्रमा कर रहे है। इनके परिक्रमा करने का वक़्त और गति भी अलग-अलग ही होती है। लेकिन एक समय ऐसा भी आता है जब परिक्रमा करते हुए भी सूर्य के एक तरफ सभी 8 ग्रह एक ही रेखा में आ जाते है। हालांकि यह एक दूसरे से फिर भी बहुत ही ज्यादा दूरी पर होते है, लेकिन धरती से काफी दूर होने की वजह से एक दूसरे के बहुत करीब दिखाई देते है। वहीं कई दिन एक ही रेखा में परिक्रमा करने के पश्चात ग्रह दूर-दूर होने लग जाते है, तब तक यह एक ही रेखा में रहते हैं और दिखाई देते है।

ऐसे दिखाई देंगे सभी 7 ग्रह: अन्य रिपोर्ट्स की माने तो ग्रह बिल्कुल सीधी रेखा में भी नहीं होने वाले, बल्कि एक दूसरे के ऊपर कुछ डिग्री के अंतर पर होने वाले है, लेकिन धरती से देखने पर ये सभी एक ही रेखा में दिखाई देने वाले है। परेड के वक़्त सबसे चमकता ग्रह शुक्र रहेगा। इतना ही नहीं मंगल ग्रह धरती से देखने पर लाल रंग के डॉट जैसा ही दिखाई देने वाला है। शनि धुंधले-से बिंदु जैसा और बृहस्पति सफेद बिंदु जैसा दिखाई देने वाला है। फोन में स्टार वॉक, स्टेलेरियम, स्काई पोर्टल ऐप के माध्यम  इस परेड को आप ट्रैक और देख पाएंगे। टेलिस्कोप से देखेंगे तो बृहस्पति के चारों चंद्रमा भी आपको साफ़ साफ़ दिखाई देंगे, जो आसमान में दक्षिण-पश्चिम दिशा में ही होने वाले है। इस वर्ष 2 और परेड ऑफ प्लैनेट देखने के लिए मिलने वाले है। अगले 151 वर्ष में 4 और परेड ऑफ प्लैनेट होने वाले है।

396 अरब वर्ष का क्या है असली सच्चाई: कुछ रिपीर्टस में ये भी कहा गया है कि यूनिवर्स 13.8 अरब वर्ष पूर्व अस्तित्व में आ गया था, ऐसे में यह दावा गलत है कि 396 अरब वर्ष में पहली बार यह परेड होने वाली है। वर्ष 1997 में प्रकाशित लेखक जीन मीयस की बुक ‘मैथमेटिकल एस्ट्रोनॉमी मोर्सल्स’ में यहा दावा भी किया जा चुका है, लेकिन यह दावा गलत भी हो सकता हैं। ग्रह, अंतरिक्ष यूनिवर्स से पुराने नहीं होने वाले। 28 अगस्त 2024 की प्रातः भी शनि, बुध, मंगल, यूरेनस, नेपच्यून ग्रह एक रेखा में दिखे थे। लैटिन अमेरिका, अफ्रीका और यूरोप में यह अलाइनमेंट देखा गया था। भारत में यह अलाइनमेंट रात में नजर आया। 28 मार्च 2023 को भी शुक्र, मंगल, मर्करी, यूरेनस, बृहस्पति एक ही रेखा में दिखाई देने वाले है। वहीं इस तरह की परेड से सोलर सिस्टम पर कोई प्रभाव  नहीं पड़ता।

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