16 सितंबर को शाम 7:29 बजे सूर्य का गोचर कन्या राशि में होगा, जहां सूर्य 17 अक्तूबर तक इसी राशि में विराजमान रहेंगे। इस दौरान, केतु पहले से ही कन्या राशि में स्थित है, जिससे सूर्य-केतु की महायुति बन रही है। यह युति 18 वर्षों के बाद हो रही है, जो ज्योतिषीय दृष्टिकोण से अत्यधिक महत्वपूर्ण मानी जा रही है। सूर्य और केतु की यह युति कुछ राशियों के लिए अनुकूल और विशेष रूप से लाभकारी सिद्ध हो सकती है। आइए विस्तार से जानते हैं, किस राशि पर इसका क्या प्रभाव पड़ने वाला है।
मेष राशि (Aries)
मेष राशि के जातकों के लिए सूर्य-केतु की युति कई प्रकार की सकारात्मकता लेकर आएगी। इस गोचर के दौरान आप अपने हर काम में सफलता हासिल कर सकते हैं। करियर के मामले में बड़ी उपलब्धियां मिल सकती हैं, और लंबे समय से रुके हुए कार्य पूरे होंगे। व्यापार में तगड़ा मुनाफा मिलने की संभावना है, जिससे आर्थिक स्थिति में बड़ा सुधार देखने को मिलेगा। अगर आप नौकरी की तलाश में हैं तो इस अवधि में आपको मनचाही नौकरी मिल सकती है। करियर में उन्नति और प्रतिष्ठा बढ़ने के प्रबल संकेत हैं। इस युति के प्रभाव से आपका जीवन एक नए मोड़ पर पहुंच सकता है, और आपको लंबे समय से प्रतीक्षित सफलता मिलेगी। बिजनेस में भी नए अवसर मिल सकते हैं, और प्रगति के दरवाजे खुल सकते हैं।
वृषभ राशि (Taurus)
वृषभ राशि के लिए यह समय बहुत ही अनुकूल रहने वाला है। सूर्य-केतु की युति आपके जीवन में कई सकारात्मक बदलाव लाएगी। नौकरीपेशा जातकों के लिए यह समय तरक्की और प्रमोशन के योग लेकर आएगा। आप अपने कार्यक्षेत्र में श्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे, जिससे उच्च अधिकारी आपके काम से प्रभावित होंगे और आपको नए अवसर प्राप्त होंगे। व्यापारियों के लिए भी यह गोचर लाभकारी रहेगा। सभी क्षेत्रों में अच्छे परिणाम मिलेंगे, जिससे आर्थिक स्थिति में भी सुधार आएगा। परिवार के सदस्यों के साथ संबंधों में भी मधुरता आएगी, और पारिवारिक जीवन में संतोष और खुशी का माहौल रहेगा।
सिंह राशि (Leo)
सिंह राशि के जातकों के लिए सूर्य-केतु की युति आर्थिक स्थिति में सुधार लेकर आएगी। व्यापारियों के लिए यह समय बहुत ही शुभ माना जा रहा है। आपको नए और बेहतर अवसर मिलेंगे जिससे धन की प्राप्ति होगी। व्यापार में आपकी तरक्की होगी और आप अपने कार्यक्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छू सकते हैं। अगर आप निवेश के बारे में सोच रहे हैं, तो यह समय उपयुक्त हो सकता है। पारिवारिक जीवन में भी संतुलन बना रहेगा और परिवार के सदस्यों के साथ रिश्ते मजबूत होंगे। इस युति के प्रभाव से आपको समाज में मान-सम्मान भी मिलेगा।
धनु राशि (Sagittarius)
धनु राशि वालों के लिए यह युति विशेष लाभकारी साबित होगी। आपका अच्छा समय शुरू होने जा रहा है और आपको तरक्की के कई नए रास्ते मिलेंगे। करियर में उन्नति के योग हैं और आपको समाज में मान-सम्मान प्राप्त होगा। आपके आत्मविश्वास में वृद्धि होगी और आप अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में सफल होंगे। परिवार में खुशहाली और समृद्धि का प्रवेश होगा, और घर में सकारात्मक माहौल बनेगा। इस युति का प्रभाव आपके जीवन को संतुलित करेगा, और आपको मानसिक शांति और संतोष प्राप्त होगा। आपके जीवन में स्थिरता आएगी, और आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा।
सूर्य-केतु की युति का ज्योतिषीय महत्व
सूर्य और केतु की युति ज्योतिषीय दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है। सूर्य आत्मा, शक्ति, और प्रतिष्ठा का प्रतीक है, जबकि केतु मोक्ष, आध्यात्मिकता और रहस्यमय ज्ञान का प्रतिनिधित्व करता है। जब ये दोनों ग्रह एक ही राशि में होते हैं, तो व्यक्ति के जीवन में विशेष आध्यात्मिक और आंतरिक विकास होता है। इस युति का प्रभाव व्यक्ति की मानसिकता, जीवनशैली, और सोचने के तरीके पर गहरा प्रभाव डाल सकता है। यह युति कुछ लोगों के लिए करियर में बड़ी सफलता, आर्थिक प्रगति, और समाज में प्रतिष्ठा ला सकती है, जबकि कुछ के लिए यह आत्मनिरीक्षण और आंतरिक शांति की दिशा में महत्वपूर्ण बदलाव ला सकती है।
सूर्य-केतु की युति का प्रभाव सभी राशियों पर अलग-अलग होगा, लेकिन विशेष रूप से मेष, वृषभ, सिंह और धनु राशि के जातकों को इस युति से बड़ा लाभ होने की संभावना है। यह समय उनके लिए नए अवसरों, तरक्की, और समृद्धि का द्वार खोल सकता है। ज्योतिषीय दृष्टिकोण से इस युति का समय आत्म-सुधार, आत्मविश्वास, और आंतरिक संतुलन प्राप्त करने का एक सुनहरा मौका है।
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