उज्जैन। श्रावण मास शुरू होते ही भक्त भगवान शिव की भक्ति में लीन हो जाते है। इस वर्ष श्रावण माह अधिकमास होने के चलते दो माह का होगा जिसे लेकर शिव भक्तों उत्साह नजर आ रहा है। मध्यप्रदेश के ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर में भगवान महाकाल के दर्शन के लिए प्रतिदिन लाखों दर्शनार्थियों की भीड़ उमड़ रही है। वहीं प्रति सावन सोमवार को निकलने वाली सवारी को देखने के लिए भी लाखों लोग उज्जैन पहुंच रहे है।
श्रावण मास का द्वितीय सोमवार 17 जुलाई को सोमवती अमावस्या के दिन पड़ रहा है। जिसे अद्भुद सयोंग माना जा रहा है, बाबा महाकाल की सवारी निकलने के साथ ही इस दिन महासंयोग बन रहा है। जानकारों के अनुसार श्रावण मास में 54 साल बाद यह संयोग बन रहा है। इस दिन करीब 5 लाख श्रद्धालुओं के उज्जैन पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है।
श्रावण मास में सोमवती अमावस्या का विशेष सयोंग माना जा रहा है। सोमवती अमावस्या पर्व पर स्नान का विशेष महत्त्व है जिसे लेकर श्रद्धालु शिप्रा स्नान हेतु उज्जैन पहुंचेंगे, अल सुबह से ही स्नान का शुरू हो जाएगा जो की दिन भर चलेगा। राजाधिराज बाबा महाकाल की सवारी महाकालेश्वर मंदिर से निकल कर शाम 4:30 बजे शिप्रा के तट पर पहुंचेगी।
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