नीदरलैंड के पूर्व पीएम ड्राइस वेन एग्त एवं उनकी पत्नी यूजीन ने 93 वर्ष की आयु में इच्छु मृत्यु से दुनिया को अलविदा कह दिया है. दोनों की आयु 93 वर्ष थी. कपल का उनके होमटाउन निजमेगेन में निधन हुआ है. दोनों लंबे वक़्त से बीमार चल रहे थे. इस कारण इन्होंने इच्छा मृत्यु (एक्टिव यूथेनेसिया) के माध्यम से प्राण त्याग दिए. ड्राइस 1977 से 1982 तक देश के पीएम रहे थे. उन्होंने जिस राइट्स ग्रुप की स्थापना की थी, उसी ने कपल की मौत की खबर दी है.
बयान में बताया गया है, 'परिवार से विचार विमर्श करने के पश्चात् हम ये ऐलान करते हैं कि हमारे संस्थापक एवं अध्यक्ष ड्राइस वेन एग्त का सोमवार, 5 फरवरी को उनके होमटाउन निजमेगेन में निधन हो गया है. उनकी मौत उनकी पत्नी यूजीन वेन एग्त-क्रेकेलबर्ग के साथ हाथों में हाथ डाले हुई. दोनों 70 वर्ष से ज्यादा समय से साथ रहे. वो उन्हें हमेशा 'माय गर्ल' बुलाया करते थे. आखिरी संस्कार प्राइवेटली हुआ है. वेन एग्त और उनकी पत्नी दोनों 93 साल के थे.'
क्या हैं इच्छा मृत्यु के नियम?
नीदरलैंड में वर्ष 2000 में इच्छा मृत्यु को कानूनी मान्यता मिली थी. इसके तहत वो व्यक्ति इसकी मांग कर सकता है, जो लाइलाज बीमारी से पीड़ित हो या सेहत में सुधार की कोई उम्मीद न बची हो. वहीं इस कपल ने 68 वर्ष तक साथ रहने के बाद इस प्रकार मौत को गले लगाने का फैसला लिया था. इन्होंने स्वयं अपनी मौत का दिन और समय चुना. तब चिकित्सकों का पैनल भी उपस्थित रहा. ड्राइस इजरायल विरोधी एवं फिलीस्तीन के कट्टर समर्थक माने जाते थे. उन्होंने अपने राइट्स फोरम की स्थापना भी फिलीस्तीन के लोगों के लिए की थी. इसी कारण उनका बहुत विरोध भी होता था. उन्हें 2019 में ब्रेन हेमरेज हुआ था. इससे पहले वर्ष 2017 में उन्होंने पार्टी ही छोड़ दी थी.
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