मुंबई: महाराष्ट्र में हाल में हुए एक बड़े सियासी उलटफेर के पूरे घटनाक्रम में भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस लूप में थे। उन्हें सूबे में हो रहे घटनाक्रम की पूरी जानकारी थी। मीडिया ने सूत्रों के हवाले से जानकारी दी है कि उन्होंने पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के आह्वान का सम्मान करने के लिए महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम का पद स्वीकार किया।
एक शीर्ष अधिकारी ने कहा है कि, 'देवेंद्र फडणवीस को महाराष्ट्र में हो रहे हर एक डेवलपमेंट के बारे में जानकारी थी। उनके और उनके तेज सियासी कौशल के बगैर यह वास्तव में संभव नहीं था। इसलिए, यह कहना बहुत दूर की बात है कि फडणवीस को लूप में नहीं रखा गया था।' सूत्रों ने मीडिया को जानकारी दी है कि देवेंद्र फडणवीस ने पीएम नरेंद्र मोदी के कम से कम दो बार पर कॉल करने के बाद उपमुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण की है। इसके साथ ही भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा के साथ ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी Twitter पर फडणवीस से अपील की थी।
भाजपा के एक शीर्ष नेता ने मीडिया को बताया कि, 'फडणवीस को कोई निर्देश नहीं दिया गया था और किसी को नहीं पता था कि वह ऐलान करेंगे कि वह सरकार का हिस्सा नहीं होंगे।' सूत्रों ने आगे कहा कि ऐलान करने के बाद फडणवीस को अपने फैसले पर पुनर्विचार करने को कहा गया था।
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