Google Maps विश्वभर में सबसे अधिक इस्तेमाल किए जाने वाले नेविगेशन और मैपिंग टूल्स में से एक बोला जाता है। आप भी Google maps का इस्तेमाल करते ही होंगे, लेकिन क्या आपने सोचा है कि आखिर गूगल मैप्स को रास्तों के बारे में जानकारी या डेटा कैसे और कहा से मिलता है? Google Maps विभिन्न तकनीकों, स्रोतों और डिवाइस का उपयोग करके डेटा एकत्र करने का काम करता है। आइए इसके काम करने की प्रक्रिया और डेटा के स्रोतों को विस्तार से समझते हैं:
गूगल मैप्स किस तरह से काम करता है?
(a) डेटा संग्रह
सैटेलाइट इमेजरी
सड़क पर चलने वाले वाहन (जैसे गूगल स्ट्रीट व्यू कार)
यूजर्स द्वारा प्रदान की गई जानकारी
सरकार और संस्थानों द्वारा दिए गए नक्शे
(b) डेटा प्रोसेसिंग
Google का AI और मशीन लर्निंग सिस्टम डेटा को प्रोसेस करने का काम करता है। यह सड़कों, भवनों, ट्रैफिक, और अन्य भौगोलिक विशेषताओं की पहचान करने में सहायता करता है।
(c) रीयल-टाइम डेटा
Google ट्रैफिक और अन्य जानकारी के लिए रीयल-टाइम डेटा का भी उपयोग करता है।
मोबाइल यूजर्स से मिली जानकारी (जैसे उनकी गति, लोकेशन)
सेंसर और कैमरा सिस्टम
(d) नेविगेशन और सेवाएं
Google maps रीयल-टाइम ट्रैफिक स्थिति, शॉर्टकट्स, और वैकल्पिक मार्ग प्रदान करने का काम करता है।
आवाज-आधारित नेविगेशन का इस्तेमाल करके यूजर्स को गाइड करने का काम करता है।
2. गूगल मैप्स को रास्तों का DATA कहां से मिलता है?
(a) सैटेलाइट इमेजरी
गूगल के पास सैटेलाइट्स से प्राप्त हाई-रिजॉल्यूशन इमेजरी का एक बड़ा डेटाबेस भी बना रखा है।
यह सड़कों, भूभाग, और स्थानों का विस्तृत नक्शा तैयार करने का कार्य करता है।
(b) गूगल स्ट्रीट व्यू
गूगल की स्ट्रीट व्यू कारें सड़कों और स्थानों की 360-डिग्री तस्वीरें और डेटा एकत्र करनेका काम करने लग जाता है।
इन कारों में लगे सेंसर और कैमरे सड़क की चौड़ाई, ट्रैफिक सिग्नल, और सड़क के नाम जैसी जानकारी कैप्चर कर पाएंगे।
(c) यूजर्स डेटा
लाखों यूजर्स गूगल मैप्स का उपयोग करते हैं और अपनी लोकेशन डेटा भी साझा करते है।
Google इस डेटा से ट्रैफिक की स्थिति, औसत गति, और अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां निकलने का काम भी करता है।
(d) सरकारी और सार्वजनिक डेटा
गूगल स्थानीय सरकारों और एजेंसियों से मानचित्र, जोनिंग डेटा, और बुनियादी ढांचे की योजनाएं प्राप्त करता है।
(e) बिजनेस और संस्थान
गूगल स्थानीय व्यवसायों और संस्थानों से उनके स्थान, काम के घंटे, और संपर्क जानकारी प्राप्त करता है।
(f) क्राउडसोर्सिंग
यूजर्स गूगल मैप्स पर नई जगहें जोड़ सकते हैं, गलत जानकारी को सुधार सकते हैं, और अपनी फीडबैक दे सकते हैं।
यह डेटा गूगल द्वारा सत्यापित और अपडेट किया जाता है।
3. ट्रैफिक डेटा कैसे मिलता है?
GPS डेटा: यूजर्स के स्मार्टफोन से उनकी लोकेशन और गति का DATA भी प्रदान किया जाता है।
मोबाइल नेटवर्क डेटा: नेटवर्क ऑपरेटरों से भी ट्रैफिक की स्थिति के संकेत भी मिलने लगा है।
एतिहासिक डेटा: गूगल पुराने ट्रैफिक पैटर्न का विश्लेषण करके जानकारी देने का काम पहले से ज्यादा बेहतर ढंग से करने लगा है।
IoT डिवाइस: स्मार्ट ट्रैफिक लाइट और सेंसर से डेटा प्राप्त किया जाता है।