वैलेंटाइन-डे को लेकर तत्कालीन वक़्त में विश्वभर के युवाओं में एक्साइटमेंट देखने को मिलता है। इसे सामान्य रूप से प्यार का इजहार करने का दिन माना जाता है, लेकिन बेहद लोगों को यह नहीं ध्यान होता कि आखिर क्यों इस दिन को विशेष अहमियत दी जाती है। इसके पीछे क्या इतिहास जुड़ा है तथा क्योंकि इसे वैलेंटाइन-डे के तौर पर मनाया जाता है। अपनी इस रिपोर्ट में हम आपको कुछ इसी प्रकार की जानकारियों के बारे में बताएंगे, जिनके बारे में इतिहास एवं बुक्स में जिक्र किया गया है।
वैलेंटाइन-डे की कथा: वैलेंटाइन-डे के बारे में ‘ऑरिया ऑफ जैकोबस डी वॉराजिन’ की बुक में जिक्र किया गया था। इसमें कहा गया है कि यह दिन रोम के पादरी संत वैलेंटाइन को समर्पित है। उनके बारे में बताया जाता है कि 270 ईसवी में संत वैलेंटाइन हुआ करते थे, जो प्रेम को बहुत बढ़ावा देते थे। वहीं उस वक़्त रोम के राजा प्रेम रिश्तों के कड़े विरोध में थे। यही वजह है कि संत वैलेंटाइन के बारे में यह बातें रोम के राजा को खटकती थीं, क्योंकि वह प्रेम विवाह में भरोसा नहीं रखते थे।
राजा के अनुसार भंग हेता था सैनिकों का ध्यान: रोम के राजा क्लाउडियस का यह कहना था कि प्रेम अथवा किसी के प्रति झुकाव के चलते सैनिकों का ध्यान भंग होता था तथा रोम के लोग सेना में भर्ती नहीं होना चाहते थे। ऐसे में क्लाउडियस के रोम में सैनिकों के विवाह और सगाई पर प्रतिबन्ध लगा दिया गया। यह बात संत वैलेंटाइन को बिल्कुल पसंद नहीं आई तथा उन्होंने इसके विरुद्ध आवाज उठाकर विरोध व्यक्त किया। इतना ही नहीं, संत वैलेंटाइन ने रोम के राजा के फैसला के खिलाफ जाकर शादियां भी कराईं। इस कारण 14 फरवरी के दिन संत वैलेंटाइन को फांसी पर चढ़ा दिया गया था। तब से संत वैलेंटाइन की याद में 14 फरवरी को वैलेंटाइन डे मनाया जाने लगा।
कुछ लोग मानते हैं हुआ था चमत्कार: कुछ इतिहासकार मानते हैं कि जब संत वैलेंटाइन को जेल में बंद थे, तब उन्होंने वहां से जेलर की बेटी को एक पत्र लिखा, जो देख नहीं सकती थी तथा उन्हें बहुत मानती थी। इस पत्र के अंत में संत ने ‘फ्रॉम योर वैलेंटाइन’ भी लिखा था। ब्रिटिश पोर्टल की मानें तो जेलर की बेटी की आंखों में संत वैलेंटाइन की प्रार्थना से चमत्कार के रूप में रोशनी आ गई।
कब से मनाया जाता है वैलेंटाइन-डे: कुछ रिपोर्ट्स बताती हैं कि वर्ष 496 में फर्स्ट वैलेंटाइन-डे मनाया गया था। इसके अनुसार, वैलेंटाइन-डे का आरम्भ रोमन फेस्टिवल से हुआ था। 5वीं शताब्दी के आखिर तक, पोप गेलैसियस ने 14 फरवरी को सेंट वैलेंटाइन-डे घोषित कर दिया था, तभी से यह मनाया जाने लगा। रोमवासियों का लुपर्केलिया नामक एक पर्व फरवरी के मध्य में मनाया जाता था, इस दिन सामूहिक विवाह होते हैं।
ब्रेकअप की खबरों के बीच बॉयफ्रेंड संग नजर आईं सुष्मिता सेन
फ़रवरी में शादी के बंधन में बंधेगी दीया मिर्जा, ये हैं होने वाले पति
MP में कंगना के खिलाफ हुआ विरोध प्रदर्शन, कंगना ने नहीं मांगी माफ़ी तो आगे भी रहेगा जारी