टीवी एक्ट्रेस श्वेता तिवारी अपने व्यक्तिगत जीवन के कारण काफी चर्चा में रहीं हैं। उन्होंने दो बार शादी की है। उनकी पहली शादी राजा चौधरी से हुई थी, जो एक लव मैरिज थी। हालांकि, यह शादी ज्यादा समय तक नहीं चल पाई और दोनों का तलाक 9 साल बाद हो गया। श्वेता ने इस पहले रिश्ते में काफी दुख झेला। तलाक के बाद, दोनों ने एक-दूसरे पर कई आरोप लगाए।
पहली शादी का दर्द
राजा और श्वेता की एक बेटी भी है, जिसका नाम पलक है। पलक अब खुद एक एक्ट्रेस बन चुकी है और फिल्म इंडस्ट्री में कदम रख चुकी है। राजा अक्सर अपनी बेटी पलक से मिलते रहते हैं। राजा ने अपनी शादी और तलाक के बारे में बात करते हुए बताया कि श्वेता और उनकी पहली मुलाकात एक दोस्त के जरिए हुई थी। धीरे-धीरे उनकी दोस्ती गहरी हुई और दोनों में प्यार हो गया।
शादी के खिलाफ परिवार
श्वेता के परिवार वाले इस रिश्ते के खिलाफ थे। उन्होंने श्वेता को राजा से शादी करने से मना किया, लेकिन दोनों ने अपने प्यार के लिए शादी कर ली। शादी के बाद पलक का जन्म हुआ, लेकिन दोनों के रिश्ते में तनाव बढ़ने लगा।
शादी टूटने के कारण
राजा ने एक इंटरव्यू में बताया कि श्वेता के जीवन में कई लोग सलाह देने लगे थे, खासकर जब वह "कसौटी जिंदगी के" शो में काम कर रही थीं। श्वेता के लिए यह एक बड़ा मोड़ था। वह सोचने लगी थीं कि जब वह प्रसिद्ध हो गई हैं, तो उन्हें राजा के साथ रहने की जरूरत नहीं है। उस समय श्वेता करियर पर ध्यान केंद्रित कर रही थीं और 16-17 घंटे काम कर रही थीं। उनके पास राजा के लिए समय नहीं था, जिससे उनकी शादी में दूरियां बढ़ गईं।
राजा का पक्ष
राजा ने घरेलू हिंसा के आरोपों को गलत बताया। उन्होंने कहा कि तलाक के बाद कई झूठे केस दर्ज किए गए थे। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें राक्षस के रूप में दिखाया गया। तलाक के बाद, श्वेता ने सभी संपत्तियाँ ले लीं और राजा के पास केवल एक फ्लैट बचा था। राजा का कहना है कि वह और श्वेता दोनों ने अपने जीवन में काफी मुश्किलों का सामना किया है। अब दोनों अपनी-अपनी जिंदगी में आगे बढ़ चुके हैं, और उनकी बेटी पलक भी अपने करियर में सफल हो रही है।
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