बीजिंग: कोरोना ने देखते ही देखते एक भयानक रूप ले लिया है. और आज वह इतना बढ़ गया है कि पूरी दुनिया में इस वायरस का असर देखने को मिल रहा है. वहीं चीन के बाद दक्षिण कोरिया में कोरोना वायरस तेजी से पांव पसार रहा है. इधर आठ दिनों में कोरोना वायरस के सर्वाधिक मरीजों की संख्या दर्ज की गई है. कोरिया सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन ने बुधवार को कहा दक्षिणपूर्व शहर और उसके आस-पास के इलाकों में यह तेजी से फैल रहा है. यहां 82 नए मामले दर्ज किए गए हैं. दक्षिण कोरिया ने नए वायरस के 115 और मामलों की सूचना दी है, जिससे इसकी कुल संख्या 1,261 हो गई है.
सूत्रों से मिली जानकारी एक अनुसार इस बात का पता चला है कि दक्षिण कोरिया में रविवार को पांच लोगों की मौत के बाद रेड अलर्ट जारी किया गया था. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, राष्ट्रपति मून जे-इन ने वायरस संक्रमण से निपटने के लिए एक आपातकालीन बैठक भी की थर. उन्होंने कहा कि संक्रामक रोग चेतावनी को लेकर समग्र प्रतिक्रिया प्रणाली को मजबूत करने के लिए उच्चतम स्तर तक उठाया जाएगा. गौरतलब है कि वर्ष 2009 में इन्फ्लुएंजा ए (एच1एन1) संक्रमण के फैलने के बाद पहली बार सरकार ने अलर्ट जारी किया. इसके अंतर्गत दक्षिण कोरियाई सरकार को सख्त उपाय करने की अनुमति है. इसमें समूह की गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाना और स्कूलों को अस्थायी रूप से बंद करने का आदेश पारित करना शामिल है.
जंहा अब यह कहा जा रहा है कि इस असर यहां की शिक्षा व्यवस्था पर पड़ा है. दक्षिण कोरियाई शिक्षा मंत्रालय ने सभी प्री-स्कूल्स, प्राइमरी और सेकेंडरी स्कूलों को राष्ट्रव्यापी फर्स्ट सेमेस्टर की शुरुआत के अंतर्गत एक से 9 मार्च तक इसे विलंबित करने को कहा है. भविष्य की परिस्थिति को देखकर आगे के उपाय के लिए जरूरी कदम उठाए जाएंगे.
रॉकेट हमलों के बाद इजराइल ने उठाया बड़ा कदम, गाज़ा पट्टी मार्ग बंद, मछली पकड़ने पर रोक
भारत में 20 करोड़ मुस्लिमों को बनाया जा रहा निशाना, एक्शन ले अंतर्राष्ट्रीय समुदाय - इमरान खान