बच्चे अक्सर दूध पीने के बाद उल्टी कर देते हैं तो इसमें परेशान होने की कोई बात नहीं है और ना ही ये पेट खराब होने वाला कोई लक्षण होता है. ऐसा माना जाता है कि अगर आपका बच्चा उलटी कर देता है तो वह स्वस्थ है, और यह करना उसे पसंद है. कई बार तो बच्चे की उल्टी ना करने पर परेशानी का सबब माना जाता है. खाना या दूध पीने के बाद उसे डकार आने के बाद भी उलटी नहीं होती है तो यह परेशानी का कारन हो सकता है.
मां अपने बच्चे को गोद में लेकर ज्यादातर समय दूध पिलाती है. फिर उन्हें गोद में ही लिटाती है. अगर इस दौरान बच्चे को उलटी हो जाती है तो मतलब है कि बच्चे कि छाती हल्की हो गई है. इसका मतलब है कि बच्चे का पाचन तंत्र अच्छा है.
ज़्यादा उलटी होने पर अपनाये ये तरीके -
बच्चे की उल्टियां रोकना आपके बस में नहीं है और रोकने की कोशिश करनी भी नहीं चाहिए. लेकिन अगर बच्चा अधिक उल्टी करता है तो इन तरीकों के जरिये इसे कम जरूर कर सकते हैं.
1-बच्चे को खाना खिलने के 30 मिनट बाद तक सीधे बिठा कर रखें.
2-एक साथ पूरा खाना ना खिलाएं. थोड़ा-थोड़ा करके खिलाएं.
3-दूध पीने के बाद बच्चे को पीठ के बल ही लिटायें.
जौ रोकता है बार बार होने वाली गर्भपात की समस्या को