पिछले साल बलात्कार के मामलों में मध्यप्रदेश ने पहले पायदान पर रहकर अपने दामन पर दाग़ लगाया था। इस साल भी प्रदेश के हालत सुधरे नहीं है। हाल ही में प्रदेश की राजधानी में एक छात्रा से कोचिंग से आते समय गैंग रेप की वारदात हुई थी। अब सागर ज़िले में एक किशोरी से समूहिक दुष्कर्म के बाद ज़िंदा जलाने का मामला सामने आया है।
सागर शहर में दो व्यक्तियों द्वारा 15 साल की लड़की के साथ पहले बलात्कार किया गया और फिर उसे जिंदा जला दिया. पीड़िता की जान बच गई है, लेकिन वह बुरी तरह से झुलस गई है। पीड़िता को सागर शहर के स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है. डॉक्टर उसे बचाने का प्रयत्न कर रहे हैं।
फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. लेकिन दोनों आरोपी फरार हैं. नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आकंड़ों के अनुसार मध्यप्रदेश महिलाओं के लिए लगातार असुरक्षित बना हुआ है. हालांकि इस स्थिति से निपटने हेतु सोमवार को मध्यप्रदेश विधानसभा ने आम राय से 12 साल या इससे कम उम्र के बच्चों के साथ बलात्कार करने के दोषियों को फांसी या कम से कम 14 साल की जेल या आजीवन कारावास की सज़ा देने का विधेयक पारित किया है. अब इस विधेयक को मंजूरी के लिए केंद्र सरकार और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के पास भेजा जाएगा.