उफान के बाद कम हुआ सिंध नदी का पानी तो चमकी लोगों की किस्मत, मिले चांदी के सिक्के

उफान के बाद कम हुआ सिंध नदी का पानी तो चमकी लोगों की किस्मत, मिले चांदी के सिक्के
Share:

गुना: भारी बारिश की वजह से मध्यप्रदेश में इस समय हालात बुरे हो चले हैं। यहाँ गुना संसदीय क्षेत्र में भी बाढ़ ने तबाही मचाई हुई है लेकिन इसी बीच यह जिला एक बार फिर खबरों में है। जी दरअसल हाल ही में मिली जानकारी के तहत यहाँ नदी किनारे चांदी के सिक्कों मिल रहे हैं। आप सभी को बता दें कि गुना, अशोकनगर जिलों में दो दिन पहले हुई भारी बारिश के कारण सिंध नदी उफान पर थी। वहीँ बीते रविवार को जब सिंध नदी का पानी कम हो गया तो पानी कम होने के बाद पचावली गांव मे सिंध नदी किनारे ग्रामीणों को चांदी के सिक्के मिलने लगे।

जी दरअसल गांव में नदी किनारे चांदी के सिक्के मिलने से जुड़े फोटोज तेजी से वायरल हो रहे हैं। इन तस्वीरों में कुछ युवक हाथ में चांदी के सिक्के लिए दिखाई दे रहे हैं। जैसे ही यह खबर गांव मे फैली वैसे ही पूरा गांव यहाँ खुदाई मे जुट गया। यहाँ मिले सिक्के में कुछ सिक्के 1862 के हैं और एक रुपए के हैं। इसके अलावा कुछ सिक्के ऐसे हैं जिन पर क्वीन विक्टोरिया की तस्वीर है। पुलिस इस मामले में जानकारी पाकर मौके पर पहुँच तो गई लेकिन पुलिस के हाथ कुछ नही लग सका।

अब पुलिस गांव मे जाकर जिन लोगों को सिक्के मिले हैं, उनसे पूछताछ कर रही है। इस घटना के बारे में कोलारस के एसडीओपी अमरनाथ वर्मा का कहना है, 'गांव में नदी किनारे सिक्के मिलने की खबर मिली, जिसके बाद थाना प्राभारी को मौके पर भेजा गया।' इसी के साथ उन्होंने बताया कि फिलहाल सिक्के मिलने का तोई सबूत तो नहीं मिला है, लेकिन लोगों में सिक्के मिलने की चर्चा जरूर है। वहीँ एसडीओपी ने यह भी कहा कि अगर ऐसा कुछ मिलता है तो प्रशासन कार्रवाई करेगा।

इंदौर: थमा ब्लैक फंगस का कहर तो डेंगू ने बढ़ाई चिंता, लगातार मिल रहे मरीज

तमिलनाडु ऑल पार्ट टाइम टीचर्स फेडरेशन ने की इस चीज की मांग

‘मराठा बातें नहीं बनाते, इतिहास रचते हैं,’ नीरज चोपड़ा के परिवार से बोले CM उद्धव ठाकरे

Share:

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -