रांची: झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की पत्नी ने अपने पति के जेल जाने के बाद चुनावी प्रचार की कमान थाम ली है। गुरुवार को उन्होंने पाकुड़ में एक जनसभा के दौरान कही। उन्होंने कहा कि, ये संताल परगना है, यहां पहले भी उलगुलान हुआ था। इस चुनाव में भाजपा वालों को चेता देना चाहती हूं कि ये उलगुलान हर व्यक्ति में है। चाहे वो आदिवासी हो, दलित हो या गरीब-गुरबा हो। इस बार ये वोट के जरिए उलगुलान का संदेश देंगे।
पाकुड़ के रहसपुर तथा हिरणपुर फुटबॉल मैदान में आयोजित चुनावी रैली को संबोधित करते हुए झामुमो की स्टार प्रचारक कल्पना मुर्मू सोरेन ने ये बातें कही। उन्होंने कहा कि बड़े-बड़े प्लेन लेकर संताल परगना आ जाइए। केंद्रीय मंत्री, दूसरे राज्य के सीएम सबको ले आइए, मगर यहां के लोग अब झुकने वाले नहीं हैं। लड़ना मंजूर है, मगर झुकना मंजूर नहीं। कल्पना सोरेन चुनाव प्रचार के बाद गुरुवार शाम रांची वापस आ गईं। उन्होंने हवाई अड्डे के बाहर मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि वह जिस किसी कार्यक्रम में जाती थीं, तो जनता की आंखें उन्हें (हेमंत सोरेन) ढूंढ़ती थीं। उन्हें हेमंत सोरेन की आवाज बन शक्ति खासकर झारखंड के लोगों से मिली।
वहीं, प्रदेश कांग्रेस इकाई के प्रमुख राजेश ठाकुर ने कहा कि हम संकट के दौर से गुजर रहे हैं। पीएम नरेंद्र मोदी के इशारे पर एक रणनीति के तहत पहले हेमंत सोरेन और फिर आलमगीर आलम को गिरफ्तार कर लिया गया, ताकि संताल में विपक्षी गठबंधन कमजोर हो, मगर आपके सहयोग से भाजपा नेताओं को यह संदेश मिल चूका है कि जेल का बदला वोट से मिलेगा।
'मनी लॉन्डरिंग मामले के सरगना हैं आलमगीर आलम..', कांग्रेस नेता के खिलाफ कोर्ट में बोली ED
अंतिम चरण का मतदान कल, पीएम मोदी सहित इन दिग्गजों की किस्मत का होगा फैसला
असम-मणिपुर में बाढ़ से हाहाकार, खतरे के निशान से ऊपर बह रहीं ब्रह्मपुत्र-बराक समेत छह नदियाँ