नई दिल्ली: पीएम नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने 9 साल पूरे कर लिए हैं, ऐसे में अब हर ओर उनके कार्यों की समीक्षा की जा रही है, क्योंकि अगले साल फिर से लोकसभा के चुनाव होने हैं। इस बीच एक और अहम जानकारी सामने आ रही है, जिसमे बताया गया है कि, इन 9 वर्षों में मोदी सरकार ने विमानन क्षेत्र (Aviation Sector) में अद्वितीय काम किया है। रिपोर्ट के अनुसार, आज़ादी के बाद 67 वर्षों में देश में जितने भी हेलीपोर्ट, जलीय विमानपत्तन और एयरपोर्ट बनाए गए, उतने मोदी सरकार ने अपने 9 वर्षों के कार्यकाल में बना दिए हैं।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, साल 2014 तक देश में हेलीपोर्ट और जलीय विमानपत्तन (water aerodrome) को मिलकर कुल 74 हवाईअड्डे हुआ करते थे, जो आज यानी 2023 में बढ़कर दोगुने यानी 148 हो गए हैं। भारत सरकार का लक्ष्य इस आंकड़े को बढ़ाकर 220 तक ले जाना है। यहाँ गौर करने वाली बात ये भी है कि, इतने एयरपोर्ट्स के निर्माण, माल ढुलाई, प्रबंधन के रूप में लाखों लोगों को रोज़गार भी मिला ही होगा। मोदी सरकार के नौ वर्षों के कार्यकाल में विमानन क्षेत्र में हुए कार्यों के संबंध में जानकारी देते हुए केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया है कि भारत में अगले पांच वर्षों में 200 से अधिक एयरपोर्ट, हेलीपोर्ट और जलीय विमानपत्तन होंगे। इस दौरान भारतीय विमानन कंपनियां 1,400 से ज्यादा अतिरिक्त एयरक्राफ्ट का ऑर्डर देंगी।
In the next five years, India will have 200-220 more airports, heliports and water aerodromes: Union Civil Aviation Minister Jyotiraditya M. Scindia pic.twitter.com/kv8riqIUqH
— ANI (@ANI) June 7, 2023
सिंधिया ने बताया कि, 'पीएम मोदी के नेतृत्व में विमानन क्षेत्र जो कुछ ही लोगों तक सीमित था, अब आम आदमी की पहुंच में है।' केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा घरेलू विमानन बाजार बन चुका है। 2014 में जहाँ घरेलू यात्रियों की कुल संख्या 6 करोड़ हुआ करती थी, जो अब दोगुनी से ज्यादा बढ़कर 14.3 करोड़ हो गई है। वहीं, अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की तादाद भी 50 फीसद बढ़कर 4.3 करोड़ से 6.4 करोड़ हो गई है। इसी प्रकार विमानों की संख्या में भी इजाफा हुआ है, जो 2014 में करीब 400 थे और 2023 में 723 हो गए हैं, यह लगभग 75 फीसद का इजाफा है।
सिंधिया ने आगे कहा कि बीते 9 वर्षों के दौरान 11 और ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट्स में कामकाज आरम्भ कर दिया गया है। उड़ान योजना के तहत देश में RCS उड़ानों के संचालन के लिए 25 वाटर एयरोड्रोम और 40 हेलीपैड समेत 180 RCS एयरपोर्ट्स की पहचान की गई है। अब तक 1152 वैध आवंटित RCS मार्गों में से 475 RCS मार्गों पर आवागमन आरम्भ हो चुका है, जो 9 हेलीपोर्ट और 2 वाटर एयरोड्रोम समेत 74 एयरपोर्ट्स को जोड़ते हैं।