नई दिल्ली : जम्मू-कश्मीर में भाजपा-पीडीपी गठबंधन के टूटने के अन्य कारणों में संपादक शुजात बुखारी और सेना के राइफलमैन औरंगजेब की हत्या के बाद आई खुफिया रिपोर्ट को भी माना जा रहा है . स्मरण रहे कि भाजपा और संघ नेताओं के बीच हुई मंथन बैठक में ही गठबंधन तोड़ने की पटकथा लिखी जा चुकी थी.
आपको बता दें कि भाजपा व संघ के बीच एक सप्ताह पहले हुई बैठक में जम्मू कश्मीर के मुद्दे पर चिंता प्रकट की गई थी .चर्चा में यह बात सामने आई कि कश्मीर में न तो संघ का एजेंडा लागू हो पा रहा था और न ही आतंकवाद पर रोक लग पा रही थी. विकास कार्य भी रुकने के साथ सरकार में शामिल होने से राजनीतिक नुकसान भी हो रहा था.इस बीच, औरंगजेब व शुजात बुखारी की हुई हत्या ने फैसले के प्रति और दृढ कर दिया.
उल्लेखनीय है कि खुफिया जानकारियों ने सरकार के कान खड़े कर दिए.गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने खुद प्रधानमंत्री को तफ्सील से जानकारी दी.राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने भी सख्त कार्रवाई किए जाने की जरूरत बताई . इन हालातों में सरकार में रहकर कार्रवाई सम्भव नहीं लग रही थी. इसके पूर्व भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने मंगलवार सुबह भी डोभाल से मुलाकात कर घाटी की हालात पर चर्चा की. इसके बाद दोपहर में प्रदेश के कोर ग्रुप की बैठक में गठबंधन तोड़ने पर अपनी सहमति दे दी और यह गठबंधन टूट गया.
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