बांग्लादेश में इस्लामी कट्टरपंथियों के पश्चात् अब पुलिस और सेना भी हिंदू समुदाय पर अत्याचार में जुट गई है। हिंदू समुदाय एवं उनके आराध्यों पर अपमानजनक टिप्पणी करने वाले पर कार्रवाई करने की जगह पुलिस उन्हें ही निशाना बना रही है। बांग्लादेश के चटगाँव में भी ऐसी ही एक घटना सामने आई है, जहाँ पुलिस ने हिंदुओं पर कहर बरपाया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, मंगलवार (5 नवंबर, 2024) को बांग्लादेश के चटगाँव के हज़ारी गोली में हिंदू समुदाय पर पुलिस, सेना एवं अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने हमला किया। यहां हिंदुओं को ढूंढ-ढूंढकर मारा पीटा गया तथा उनके साथ बर्बरता की गई। कई हिंदुओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई इसलिए हुई क्योंकि हिंदुओं ने चटगाँव के एक मुस्लिम दुकानदार के खिलाफ प्रदर्शन किया था। उस मुस्लिम दुकानदार, उस्मान मुल्ला ने ISKCON एवं हिन्दू धर्म पर अपमानजनक टिप्पणी की थी। हिंदुओं ने उसकी दुकान के बाहर प्रदर्शन किया तथा उस पर कार्रवाई की माँग की। तत्पश्चात, पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने उस्मान पर कार्रवाई करने की बजाय हिंदुओं को निशाना बनाना शुरू कर दिया। पुलिस ने उसे एक सुरक्षित जगह पर ले जाकर दिखावा किया तथा हिंदुओं की तलाश जारी रखी। पुलिस के हमले में 5 हिंदू गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
पुलिस एवं सुरक्षा एजेंसियाँ दावा कर रही हैं कि हिंदुओं ने उन पर हमला किया था, फिर यह कार्रवाई हुई। चटगाँव से आई वीडियो में यह देखा जा सकता है कि कैसे एक तंग इलाके में पुलिस हिंदुओं की धरपकड़ कर रही है। पुलिस द्वारा CCTV तोड़े जाने की भी वीडियो सामने आई हैं। चटगाँव में पुलिस ने 30 हिंदुओं को गिरफ्तार किया है। इस कार्रवाई के चलते सेना की टीमें भी सम्मिलित थीं एवं उन्होंने भी हिंदुओं पर हमले किए। चटगाँव में इससे पहले भी हिंदू समुदाय उत्पीड़न के खिलाफ निरंतर प्रदर्शन करता आया है। हाल ही में बांग्लादेश की पुलिस ने उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाने पर हिंदुओं के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया था। इस मामले में दो हिंदुओं को गिरफ्तार किया गया था तथा 19 के खिलाफ FIR दर्ज की गई थी, जिससे काफी विवाद उत्पन्न हुआ था।
'20000 दो और बन जाओ दूल्हा-दुल्हन', शादी के नाम पर हो रहे फ्रॉड का पर्दाफाश
इंदौर में सड़क पर चिपकाई कनाडा के PM जस्टिन ट्रूडो की तस्वीर, जानिए क्यों?
पड़ोसी संग रंगरेलियां मना रही थी बहू, अचानक आ गई सास और फिर...