यूं तो पुलिस की पेट्रोलिंग गाड़ी इसलिए होती है कि, यदि कहीं भी कोई अपराध हो रहा हो या किसी को मदद की ज़रूरत हो तो पुलिस तुरंत वहाँ पहुँच सके. परंतु उत्तर प्रदेश पुलिस को शायद इस बात से कोई ताल्लुक नहीं है. तभी मुजफ्फरपुर में एक महिला को गोलियां मारकर जब लूटपाट की जा रही थी, तब पास ही में मौजूद पुलिस की पेट्रोलिंग गाड़ी ने वहाँ जाना ज़रूरी नहीं समझा.
घटना मीनापुर थाना इलाके की है. सुमन देवी अपने पति सोनू चौधरी के साथ अपने मायके मीनापुर गई थी. रात को मुजफ्फरपुर शहर लौटते समय डेरा चौक के पास दो बाइक पर सवार चार लुटेरों ने उनकी कार को घेर लिया और उनके नकदी व जेवर लूट लिए. विरोध करने पर बदमाशों ने सुमन को गोलियां मार दी. उसके चेहरे और गले में दो गोलियां लगी है. गौर करने वाली बात यह है कि घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर पुलिस पेट्रोलिंग टीम मौजूद थी.
लेकिन इतने शोर शराबे और गोली चलाने के बावजूद पेट्रोलिंग टीम घटनास्थल पर नहीं गई. घायल सुमन को किसी तरह शरहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां गंभीर अवस्था मे उसका इलाज चल रहा है. पुलिस ने कार से एक खोखा बरामद किया है. डीएसपी पूर्वी गौरव पांडे ने कहा है कि मामले में पेट्रोलिंग टीम की लापरवाही उजागर हुई है. जांच के बाद दल के सभी पुलिस वालों पर कार्रवाई की जाएगी.
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