बेंगलुरु: बेंगलुरु के इंदिरा नगर इलाके के एक सर्विस अपार्टमेंट में माया नामक युवती की हत्या का मामला सामने आया है, जिसे पुलिस हर पहलू से गहराई से तहकीकात रही है। यह हत्या एक होटल के कमरे में हुई थी तथा माया का शव 26 नवंबर को वहां बरामद हुआ। हालांकि, शव से तेज दुर्गंध आ रही थी, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि हत्या दो दिन पहले ही की जा चुकी थी। इस मामले में पुलिस ने हत्या का आरोप उसी लड़के पर लगाया, जो माया के साथ उस होटल में आया था।
आरोपी, जिसकी पहचान आरव के रूप में हुई है, माया के शव के साथ दो दिन तक कमरे में रहा तथा बाद में फरार हो गया था। हालांकि, पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया और अब उसकी पूछताछ जारी है। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया कि उसने माया की हत्या करने के पश्चात् आत्महत्या करने की दो बार कोशिश की थी। पुलिस ने बताया, हत्या के बाद आरव ने आत्महत्या करने की कोशिश की, लेकिन उसकी दोनों प्रयासों में असफलता मिली।
आरोपी आरव का कहना है कि उसने माया की हत्या शक के चलते की थी। जब पुलिस ने आरोपी के आर्थिक स्थिति की जांच की, तो यह खुलासा हुआ कि वह सिर्फ 14 हजार रुपये महीना कमाता था, जो उसकी खुद की जरूरतों के लिए भी अपर्याप्त था। हालांकि, वह इन पैसों को माया पर खर्च कर रहा था। माया के साथ होटल में जाने से लेकर अन्य खर्चों तक, आरव ने ही सभी खर्चे उठाए थे। जांच में यह भी सामने आया कि माया के साथ होटल में ठहरने के पश्चात्, आरोपी ने अपने पास केवल 1500 रुपये छोड़कर बाकी सब खर्च कर दिया था। इस कारण उसने होटल का किराया चुकाए बिना ही भागने का निर्णय लिया।
होटल के कमरे का एक दिन का किराया 1800 रुपये था। आरव ने पहले दिन का किराया तो चुका दिया था, मगर दूसरे दिन के लिए उसने बाकी पैसे देने का वादा किया था। इस प्रकार, वह होटल में ढाई हजार रुपये का कर्जदार हो गया था। जांच के चलते यह बात सामने आई कि माया की हत्या करने के बाद आरोपी ने आत्महत्या करने का प्रयास किया था। इसके लिए उसने एक नायलॉन की रस्सी ऑनलाइन मंगाई थी, लेकिन रस्सी ठीक से नहीं कसने के कारण उसका दम घुटने लगा, और वह डर गया। तत्पश्चात, आरव ने अपने पास बचे हुए 1500 रुपये लेकर अगले ही दिन होटल से भागने का निर्णय लिया। होटल से निकलने के बाद, उसे यह समझ में नहीं आया कि वह कहां जाएगा, तो वह एक चलती ट्रेन में चढ़कर वाराणसी पहुंच गया। वहां पहुंचने के बाद, उसने अपना मोबाइल फोन चालू किया एवं अपने दादा को फोन किया।
इस बीच, पुलिस आरोपी के घर तक पहुंच चुकी थी एवं उसके परिवार से पूछताछ कर रही थी। पुलिस ने आरोपी के दादा से कहा कि वह उसे घर वापस बुलाए, जिससे पुलिस उसे गिरफ्तार कर सके। आरव के पास अब पैसे नहीं थे, और वह अपने दादा के कहने पर वापस लौट आया। इस प्रकार, आरोपी पुलिस के हाथों में आ गया। अब पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है तथा यह जानने का प्रयास कर रही है कि उसने माया की हत्या क्यों की। इसके अलावा, पुलिस आगे की कानूनी कार्रवाई भी कर रही है, जिससे इस हत्या के मामले में पूरी सच्चाई सामने आ सके।
यह मामला न सिर्फ माया की हत्या के कारण चर्चा में आया है, बल्कि यह भी सामने आया है कि आरोपी की आर्थिक तंगी एवं मानसिक दबाव ने उसे इतना हिंसक बना दिया था। पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है, जिससे आरोपी के अपराध के पीछे के कारणों का पता लगाया जा सके तथा न्याय सुनिश्चित किया जा सके।
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