मंदसौर: मध्य प्रदेश के कई जिलों में कोरोना ने अपने पैर पसार लिए है. वहीं, मंदसौर जिले का पड़ोसी जिला नीमच में जिस तरह से कोरोना का विस्फोट हुआ और आंकड़ा तीन सौ के पार पहुंच गया. ऐसे जिले में बरती जा रही लापरवाही के बाद मंदसौर जिले में कोरोना विस्फोट ना कर दें. जी हां, यहां के हालत को देखे कर बोला जा सकता है . जिलामुखयालय पर दो अलग-अलग स्थानों पर नियमों की धज्जियां उडा़ई गई. यह वह देानों स्थान है जहां से कोरोना तेजी से फैल सकता है. जिला अस्पताल और परीक्षा केंद्र. इन स्थानों पर अधिकारियोंं द्वारा ध्यान नहीं रखा जा रहा है. जिसके वजह से लोग ना तो सोशल डिस्टेंंसिंग का पालन कर रहे है और ना ही मास्क लगा रहे है.
दरअसल, अभी 12वीं बोर्ड की परीक्षाएं चल रही है. और परीक्षा केंद्रों पर हर नियम का ध्यान अधिकारी रख रहे है. लेकिन परीक्षा केंद्र के बाहर नियमों को ताक पर रखा जा रहा है. और यह नजारा अधिकारी भी देख रहे है. इसके बावजूद भी कोई सीख विद्यार्थियों को नहीं दी जा रही है. उत्कृष्ट विद्यालय के बाहर विद्यार्थियों का झुंड खड़ा था. कई विद्यार्थियों ने मास्क नहीं लगा रखा था. और ना ही सोशल डिस्टेंस का पालन कर रहे थे. और अधिकारियों का ध्यान केवल परिसर के अंदर ही है.
वहीं, जिला अस्पताल में भी ऐसे ही कुछ हाल है. जिला अस्पताल में कुछ दिनों पहले सबसे अधिक निमयोंं का ध्यान रखा जा रहा था. लेकिन अब इन नियमों में अधिकारी शीथिलता बरत रहे है. यहीं वजह है कि यहां पर लोग ना तो सोशल डिस्टेंस का पालन कर रहे है और ना ही मास्क का उपयोग कर रहे है. जो अस्पताल के अंदर जाकर मरीजों के संपर्क में भी आ रहे है. ऐसे में संक्रमण का खतरा अधिक बना हुआ है.
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