चंडीगढ़: कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के पहले कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखा था। उन्होंने पत्र में लिखा कि उनकी सरकार ने अन्नदाताओं के लिए कई काम किए तथा बगैर समझौते के बॉर्डर वाला प्रदेश संभाला। पूर्व सीएम अमरिंदर सिंह ने सोनिया गांधी को पत्र में लिखा कि आशा है इस निर्णय से पंजाब में शांति होगी। आशा है मेरी कोशिशों को जारी रखा जाएगा। धार्मिक ग्रंथ से बेअदबी के मामले में सख्त कार्रवाई की।
वही पंजाब की आंतरिक सुरक्षा को संभाला। प्रदेश में शांति, सांप्रदायिक सौहार्द बना रहा। पंजाब में किसी के साथ पक्षपात नहीं हुआ। कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे पर भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस पर हमला बोला है। केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बताया कि अमरिंदर सिंह, सोनिया गांधी तथा राहुल गांधी से अधिक लोकप्रिय हो गए थे, इसीलिए उन्हें हटाया गया।
वहीं भारतीय जनता पार्टी सांसद प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि अमरिंदर सिंह ने नवजोत सिंह सिद्धू पर बहुत गंभीर आरोप लगाए हैं। सिद्धू पाकिस्तान जाकर बाजवा के गले लगे इसका हवाला देते हुए उन्होंने सिद्धू को देश द्रोही बोला है। ये मसला पहले से था तथा कल अमरिंदर ने इसको मुखर किया है। हमारा प्रश्न है सोनिया गांधी तथा राहुल गांधी से है, आप चुप क्यों हैं? क्या कांग्रेस पार्टी कोई कार्रवाई करेगी? इसके अतिरिक्त नवजोत सिंह सिद्धू के सलाहकार मोहम्मद मुस्तफा ने बताया कि अमरिंदर सिंह का टारगेट राहुल तथा प्रियंका हैं, सिद्धू नहीं हैं। मैं अमरिंदर सिंह को इसकी अनुमति नहीं दूंगा। मैं उनकी पूरी पुस्तक लेकर आऊंगा।
जानिए क्या है कैप्टन-सिद्धू विवाद की पूरी कहानी?