देवरिया। उत्तरप्रदेश के देवरिया में शहीद प्रेम सागर का अंतिम संस्कार किया गया। दरअसल शहीद प्रेम सागर जम्मू कश्मीर के मेंढर में पाकिस्तान द्वारा किए गए हमले में शहीद हो गए थे। प्रेमसागर के परिजन इस बात से नाराज़ थे कि उनकी सुध लेने के लिए केंद्र सरकार का कोई प्रतिनिधि नहीं आया। ऐसे में उन्होंने अंतिम संस्कार न करने की बात कही और अपना विरोध दर्ज किया। मगर इसके बाद राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें फोन किया और 13 दिन में उन्हें घर आने का वादा किया।
उनका कहना था कि वे 13 दिन में उनके घर पहुंचेंगे। इसके बाद परिजन का गुस्सा शांत हुआ और वे अंतिम संस्कार के लिए राजी हो गए। आज सुबह प्रेम सागर का अंतिम संस्कार कर दिया गया। उन्हें सैन्य सम्मान प्रदान किया था। प्रेम सागर को गाॅर्ड आॅफ आॅनर दिया गया और फिर उनके गांव टीकमपुर के लिए काफिला निकल गया। इस दौरान हर कहीं पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगे।
सीमा सुरक्षा बल की ओर से प्रेम सागर को गॉर्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया। गौरतलब है कि भारत के इन जवानों के शवों को पाकिस्तान के सैनिकों ने बर्बरता के साथ क्षत विक्षत कर दिया था। परिजन अंत्येष्टि के दौरान जवान प्रेम सागर का शव तक नहीं देख सके थे। परिवार ने आरोप लगाया और कहा कि वे सरकार का कोई भी प्रतिनिधि इस दौरान मौजूद नहीं है। उन्होंने कहा कि उन्हें शव नहीं दिखाया गया। उत्तरप्रदेश सरकार के मुत्री सूर्यप्रताप शाही ने शहीद के परिजन से रात्रि लगभग साढ़े ग्यारह बजे भेंट की।
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