नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी अपने नोटबंदी के फैसले को सफल बनाने के लिए कोई भी कसर नही छोड़ रहे हैं फिर चाहे उसके लिए उन्हें कितना भी काम क्यों न करना पड़ा इस बात से उन्हें कोई फ़र्क़ नही पड़ रहा हैं. नोटबंदी से जहाँ कुछ लोगो में ख़ुशी हैं तो कुछ लोगो में परेशानी साफ़ देखने को मिली हैं. जिसके चलते प्रधानमंत्री खुद हर कामो की समीक्षा कर रहे हैं.
ज्ञात हो कि प्रधानमंत्री मोदी ने शाम को यहां केंद्रीय कैबिनेट की बैठक समाप्त होने के बाद गत महीने घोषित कदम पर मंत्रियों के साथ चर्चा शुरू की. हालाँकि ये चर्चा बैठक का हिस्सा नही थी किन्तु मोदी ने 1000 रुपये और 500 रुपये के पुराने नोट चलन से बाहर करने के अपने निर्णय की अपने कैबिनेट सहयोगियों के साथ समीक्षा की और साथ नकद रहित लेनदेन सक्षम बनाने के लिए डिजिटलीकरण को गति देने के तरीकों पर चर्चा की.
गौरतलब हो कि प्रधानमंत्री जी द्वारा लिए गए नोटबंदी के फैसले को लेकर निर्धारित तय सीमा के पूरे होने में अब कुछ ही दिन बाकी हैं. इसलिए मोदी जी ने इस पर काम और तेज कर दिया जिससे जनता को परेशानी न हो. खबरों के अनुसार बैठक का मुख्य जोर डिजिटलीकरण पर रहा. बैठक में मोदी जी ने डिजिटल वालेट सेवा जैसे विकल्पों पर भी चर्चा की हैं . सरकार भारत को बिना नकदी वाली अर्थव्यवस्था में तब्दील करने के तरीकों का अध्ययन करने के लिए सचिवों की तीन सदस्यीय समिति पहले ही गठित कर चुकी हैं.
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