समय आधुनिकता का चल रहा है। हर जगह आधुनिकता की ही बातें और कार्य हो रहे हैं लेकिन इन सब उन्नति के पीछे हम सुरक्षा को ध्यान में नहीं रख पाते, और कोई न कोई घटना घटित हो जाती है। सवाल तो वहाॅं उठता है जहां पर असुरक्षा संबधि कोई चिंता मन में नहीं रहती। लेकिन वास्तव में घटना वहीं पर घटित हो जाती है। कुछ ऐसा ही मामला अभी हाल ही में सामने आया है। जिसे सुनते ही रूह काॅंप जाती है। खबर के बारे में तो आप लोग भी अच्छी तरह से जानते होंगे की अभी हाल ही में कक्षा द्वितीय के एक छात्र को बुरी तरह से मौत के घाट उतार दिया गया। जिसके बाद ही कई प्रकार के सवाल खड़े हो रहे है। और यह सवाल खड़े होना जायज भी है। आखिर इतने छोटे बच्चे पर कोई कैसे अपना गुस्सा निकाल सकता है?
जानकारी के लिए आपको एक बार फिर से बता देता हॅू की यह सवाल उस घटना के बाद से खड़े हो रहे है। जब से रेयान इंटरनेशनल स्कूल में दूसरी क्लास के छात्र को बड़ी ही बेहरहमी से उसी स्कूल के एक बस कंडक्टर ने चाकू से गोद दिया। आखिर जब हमारा बच्चा इतनी सुरक्षित स्थान पर सुरक्षित नहीं है तो फिर वह सुरक्षा की जगह कहां पर है? अब तक लोगों के मन में यही चीज थी की अगर हमारा बच्चा स्कूल गया है तो मतलब वह पूरी तरह से सुरक्षित है लेकिन इस घटना ने लोगों की इस मानसिकता पर भी गहरे सवाल उठा दिये हैं।
एक बार आपको फिर से अवगत करा देता हॅूं की यह पूरा मामला गुड़गांव के गुरूग्राम में 8 सितम्बर 2017 को सोहना इलाके में रेयान इंटरनेशनल स्कूल में सुबह लगभग 8 बजे का है। जब स्कूल का ही एक बस कंडक्टर बाथरूम में कुछ गंदी हरकत कर रहा था और अचानक कक्षा दूसरी का छात्र प्रद्युमन अचानक से बाथरूम में आ गया। जिसे देखते ही मान कंडक्टर ने बाथरूम में ही उसका गला रेेंत दिया मासूम प्रद्युमन की मौत हो गई। जिसके बाद से ही इस घटना ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। तब से ही लोगों के मन में कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। जिसमें सबसे बड़ा सवाल तो यही है की क्या हमारा बच्चा स्कूल में सुरक्षित है?
यह घटना कोई एक बार की की नहीं है इससे पहले भी कई घटना है जो स्कूल ही नहीं घरों में घटित हो चुकी है लेकिन इन सब मामलों के पीछे सिर्फ यही सवाल उठता है की आखिर हमारे बच्चे के लिए कोई सुरक्षित जगह है भी या नहीं? मैं अपने लेख के द्वारा आपको यही बताना चाहता हॅूं की जैसे हाथ की हर उंगली एक समान नहीं होती वैसे ही दुनिया में अगर कई जगह असुरक्षित है तो बाकी की जगह भी सुरक्षित है। हर स्कूल में ऐसी घटना नहीं होती। हालांकी इस घटना ने देश के हर नागरिक को झंकझोर कर रख दिया है लेकिन इसकी वजह से हमें वो अन्य स्कूलों पर उंगली नहीं उठाना चाहिए जो वास्तव में सही हैं।
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