हिंसा के बाद बंगाल बॉर्डर से भारत में घुसने की कोशिश कर रहे थे सैकड़ों बांग्लादेशी, BSF ने रोका

हिंसा के बाद बंगाल बॉर्डर से भारत में घुसने की कोशिश कर रहे थे सैकड़ों बांग्लादेशी, BSF ने रोका
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कोलकाता: सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सैकड़ों बांग्लादेशी नागरिकों को भारत में घुसने से सफलतापूर्वक रोक दिया है। दरअसल, बांग्लादेश में इस वक़्त कट्टरपंथी ताकतें हावी हो गया है, लोगों की हत्याएं की जा रहीं हैं, खासकर हिन्दुओं को निशाना बनाया जा रहा है। जिसके कारण बड़ी संख्या में लोग अपने घरों से भाग रहे हैं। माना जा रहा है कि, बंगाल बॉर्डर पर पहुंचे ये सैकड़ों लोग अधिकतर हिन्दू ही थे, हालाँकि, BSF ने उन्हें अंदर घुसने से रोक दिया है।   

BSF के एक अधिकारी के अनुसार, यह घटना झापोरतला सीमा चौकी क्षेत्र के दक्षिण बेरुबारी गांव के पास हुई। इसमें शामिल लोग बांग्लादेश के पंचगढ़ जिले के पांच गांवों के थे, जो जलपाईगुड़ी की सीमा से सटा हुआ है। 120 से 140 की संख्या में बांग्लादेशी नागरिक भारतीय क्षेत्र में प्रवेश करने की उम्मीद में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर विभिन्न स्थानों पर एकत्र हुए थे। हालांकि, सीमा पूरी तरह से सील होने के कारण वे सीमा पार नहीं कर पाए। BSF अधिकारी ने बताया, "बाद में उन्हें बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (BGB) ने वापस ले लिया।" एकत्र हुए लोगों ने स्थानीय निवासियों को अपने दुखद अनुभव बताए और अंदर जाने की गुहार लगाई। एक स्थानीय निवासी ने बताया कि, "लेकिन हम असहाय हैं। हम पर अत्याचार हो रहा है।"। 

सीमा पर स्थिति को संभालने के लिए BSF के फील्ड कमांडरों ने तुरंत BGB में अपने समकक्षों और नागरिक प्रशासन के अधिकारियों के साथ समन्वय किया। महिलाओं और बच्चों सहित समूह को BGB, नागरिक प्रशासन और BSF कर्मियों की मदद से तितर-बितर किया गया। एक अधिकारी ने बताया कि, "आज शाम को उत्तर बंगाल से लगी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर कई जगहों पर बांग्लादेशी नागरिकों का एक बड़ा समूह इकट्ठा हुआ। वे भारतीय क्षेत्र में घुसने की कोशिश कर रहे थे। बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश, नागरिक प्रशासन और बीएसएफ कर्मियों की मदद से उन्हें तितर-बितर किया गया।"

BSF का उत्तरी बंगाल फ्रंटियर 4,096 किलोमीटर लंबी भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा के 932.39 किलोमीटर हिस्से की निगरानी करता है, जिसमें पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर, दार्जिलिंग, जलपाईगुड़ी और कूच बिहार जिले शामिल हैं। 7 अगस्त की घटना पड़ोसी देशों में राजनीतिक अस्थिरता के बीच शरणार्थियों की आमद को प्रबंधित करने में सीमा सुरक्षा बलों के सामने आने वाली चुनौतियों को उजागर करती है।

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