रांची: झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन को मुख्यमंत्री पद छोड़ना पड़ सकता है। खनन लीज आवंटन मामले में चुनाव आयोग में सुनवाई पूरी हो चुकी है। कभी भी आयोग फैसला दे सकता है। अगर प्रतिकूल फैसला आता है तो सोरेन को अयोग्य घोषित किया जा सकता है। ऐसे में राज्य की सियासत में सरगर्मी बढ़ गई है। इसी बीच भाजपा ने दावा किया है कि सोरेन की जगह उनकी पत्नी कल्पना को सूबे की बागडोर सौंपी जा सकती है। वहीं शनिवार को मुख्यमंत्री ने सत्तारूढ़ दलों के विधायकों की बैठक बुलायी है। जिसमें महागठबंधन दल के विधायकों को एकजुट रखने का प्रयास किया जाएगा।
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने दावा किया है कि झारखंड में भाभी की ताजपोशी कराई जाएगी। उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'झारखंड में भाभी जी के ताजपोशी की तैयारी, परिवारवादी पार्टी का बेहतरीन नुस्खा निर्धन के लिए।' इससे पहले भाजपा सांसद ने बरहेट और दुमका विधानसभा में उपचुनाव होने का दावा किया था। उन्होंने बोला था, 'झारखंड मुक्ति मोर्चा औरो कांग्रेस दिल्ली- रांची क्यों दौड़ रहा है रे भाई। हम बोले बरहेट, दुमका विधानसभा में उपचुनाव होगा तो हमको कांके भेज रहे थे? अब तो विधानसभा अध्यक्ष को कनाडा जाने से रोक दिए? इस्तीफे विकल्प है, दैइए दीजिए।'
झामुमो नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि मुख्यमंत्री ने सुखाड़ को लेकर बैठक बुलाई है। हालांकि झामुमो की राज्यसभा सदस्य महुआ माजी ने कहा कि बैठक विधायकों को एकजुट रखने को लेकर हो रही है। वहीं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर का कहना है कि सभी विधायक एकजुट हैं। सस्पेंड तीनों विधायक भी हमारे खेमे में हैं। दूसरी तरफ भाजपा पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए है।
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